बॉलीवुड और मनोरंजन

”कभी मैं शाहरुख खान से भी ज्यादा लोकप्रिय था, उसे न तो डांस आता था और न ही एक्शन, लेकिन फिर….”- जॉनी लीवर का खुलासा

Johny Lever on Shah Rukh Khan: बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान के बारे में हाल में ही जाने-माने कॉमेडियन जॉनी लीवर ने बात की है. उन्होंने ये भी बताया कि वो कभी शाहरुख से भी ज्यादा मशहूर थे. हाल में ही जॉनी लीवर यूट्यूबर रणवीर एलाहाबादिया को दिए इंटरव्यू में शाहरुख और खुद से जुड़ी कुछ यादें साझा कीं.

शाहरुख के व्यक्तित्व की तारीफ करते हुए जॉनी लीवर ने बताया कि कैसे उन्होंने मेहनत कर ये मुकाम हासिल किया है.


मैं था शाहरुख से भी ज्यादा लोकप्रिय- जॉनी लीवर
इस इंटरव्यू के दौरान जॉनी लीवर ने 1993 में आई फिल्म ‘बाजीगर’ के दौर की बात करते हुए कहा कि वो उस दौरान शाहरुख खान से भी ज्यादा मशहूर थे. उन्होंने बताया कि बाजीगर से पहले शाहरुख राजू बन गया जेंटलमैन जैसी फिल्मों में दिख चुके थे, लेकिन वो किंग खान से ज्यादा लोकप्रिय हुआ करते थे.

जॉनी लीवर ने बताया कि जब बाजीगर बन रही थी उस दौरान लोग मुझे शाहरुख खान से ज्यादा पहचानते थे. जॉनी लीवर ने कहा, ”तब मैं स्टार था और शाहरुख खान उभर ही रहे थे.” हालांकि, इसके बावजूद दोनों के बीच सेट पर अच्छी समझ थी. 

मैंने शाहरुख जैसा मेहनती शख्स नहीं देखा- जॉनी लीवर
जॉनी लीवर ने बताया कि उन्होंने शाहरुख खान जैसा मेहनती नहीं देखा है. उन्होंने बताया उस दौर में शाहरुख को डांस और एक्शन सीन में दिक्कत होती थी. इसके बावजूद उन्होंने इसे चैलेंज की तरह लिया और खुद में इंप्रूवमेंट किया. कॉमेडियन ने बताया कि शाहरुख खान ने अपने आप को निखारने में कड़ी मेहनत की और टाइम के साथ उन्हें उस मेहनत का फल भी मिला. उन्होंने बताया कि आज वो एक्शन और डांस दोनों अच्छा करते हैं, इसके पीछे उनकी मेहनत ही है.


शाहरुख से अट्रैक्ट होती थीं लड़कियां
जॉनी ने बताया कि शाहरुख की पर्सनालिटी ऐसी है कि लड़कियों को वो अट्रैक्ट करते थे. उन्होंने फिल्म यस बॉस का एक किस्सा याद करते हुए और हंसते हुए बताया कि लंदन में फिल्म की शूटिंग के दौरान लड़कियां जिस तरह से शाहरुख को देखकर पागल हुई थीं, उसे देखकर उन लड़कियों के साथ जो लड़के थे उन्होंने गुस्से में शाहरुख पर चीजें फेंकनी शुरू कर दी थीं.

बता दें कि जॉनी लीवर और शाहरुख खान कई फिल्मों में एक साथ दिखे हैं. इनमें कोयला, बाजीगर, बादशाह और करण अर्जुन जैसी कई फिल्में शामिल हैं.

और पढ़ें: क्या ‘फाइटर’ Deepika Padukone रह जाएंगी Katrina Kaif से पीछे? जानें टॉप एक्ट्रेसेस के बीच ‘कंपटीशन’ की वजह

Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button