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सीलिंग फैन की पंखुड़ी क्यों होती हैं एक साइड बैंड, अगर सीधी होती तो क्या मिलेगी ठंडी हवा?

Ceiling fan : घर में भले ही कूलर या एसी मौजूद हो. लेकिन, तुरंत गर्मी से राहत पाने के लिए लोग सीलिंग फैन का ही इस्तेमाल करते हैं. सीलिंग फैन का इस्तेमाल गर्मी ही नहीं बल्कि लगभग सभी मौसमों में किया जाता है. इसलिए घरों में सीलिंग फैन होना आम बात है. लेकिन आपने कभी सीलिंग फैन की पंखुड़ी को ध्यान से देखा हो तो आपने नोटिस किया होगा कि इसकी पंखुड़ी एक तरफ थोड़ी सी झुकी हुई होती हैं. आखिर ऐसा क्यों होता है? अगर आपको इसके बारे में पता नहीं है तो परेशान होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि इसके बारे में हम आपको यहां बताने जा रहे हैं.

आपको बता दें कि अगर ये पंखुड़ी जरा भी डिस्टर्ब हो जाए तो सीलिंग फैन ठीक से काम करना बंद कर देता है और गर्मी हो या सर्दी फिर आपको इसकी हवा में मजा आना बंद हो जाएगा. ऐसे में अगर आपके फैन की पंखुड़़ी भी डिस्टर्ब हो गई हैं, तो इन्हें आपको इसे तुरंत ठीक करा लेना चाहिए, क्योंकि पंखुड़ी की इस बनावट का हवा के साथ बहुत पुराना संबंध है.

सीलिंग फैन की पंखुड़ी क्यों झुकी होती है

सीलिंग फैन में आमतौर पर तीन पंखुड़ी दी जाती हैं, जिनके बीच में बराबर का स्पेस दिया जाता है. वहीं तीनों ही पंखुड़ी एक तरफ से थोड़ी उठी और एक तरफ थोड़ी झुकी हुई होती है. अपनी इसी शेप की वजह से पंखुड़ी फैन के चलने पर नीचे की ओर तेजी से प्रेशर के साथ हवा थ्रो करती है और आपको गर्मी में राहत मिलती है. अगर फैन की पंखुड़ी इस शेप में नहीं रहेगी, तो आपको हवा नहीं मिलेगी.

पंखे की पंखुड़ी पर गंदगी जमा होने से क्या होता है

अगर आपके पंखे की पंखुड़ी पर गंदगी जमा हो गई है, तो ये तेज हवा देना बंद कर देगा, जिसके चलते आपके रूम में कूलर और एयर कंडीशनर की कूलिंग प्रॉपर डायवर्ट नहीं होगी. ऐसे में आपको तेज गर्मी से राहत नहीं मिलेगी.

कैसे करें पंखे की पंखुड़ी साफ

अगर आपके पंखे की पंखुडी गंदी हो गई हैं, तो आप नॉर्मल पानी में कपड़ा भिगो कर इसे साफ कर सकते हैं. वहीं आपकी पंखुड़ी ज्यादा गंदी हैं, तो आप कास्टिक सोडा पानी में डालकर इसे गर्म करें और फिर कपड़े को इसमें भिगो कर पंखुड़ी साफ करें. ऐसा करने से आपके पंखे की पंखुड़ी एकदम साफ हो जाएगी और आपका पंखा पहले की तरह हवा देगा.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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