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WhatsApp Tips: वाट्सएप पर किसी ने कर दिया ब्लॉक तो झट से चलेगा पता, अपनाएं ये ट्रिक

Whatsapp Tricks: बेहतरीन फीचर्स और इंस्टेंट मैसेजिंग के लिए  व्हाट्सएप (WhatsApp) पूरी दुनिया में सबसे पॉपुलर ऐप है. यह आपको हर स्मार्टफोन में मिल जाएगी. कंपनी यूजर्स की सेफ्टी के लिए समय समय पर अपडेट लाती रहती है. इसी कड़ी में कंपनी का एक ऑप्शन है किसी को ब्लॉक करने का. अगर कोई अनजान व्यक्ति आपको परेशान करता है या फिर आप अपनी लिस्ट में किसी को नहीं रखना चाहते हैं आप उसे ब्लॉक कर सकते हैं. इससे आप शख्स को ना तो मैसेज और ना ही कॉल कर पाएंगे.

यही नहीं वॉट्सऐप इस बात की जानकारी सामने वाले को नहीं होने देती कि उसे किसी ने ब्लॉक किया है. लेकिन कुछ ट्रिक हैं जिनके जरिए आप जान सकते हैं कि आपको ब्लॉक किया गया है या नहीं.

फॉलो करें ये टिप्स

  • अगर किसी शख्स ने आपको ब्लॉक कर दिया है तो ब्लॉक करते समय उसका जो प्रोफाइल पिक्चर होगा, आपको वही दिखेगा. अगर कई दिनों तक आपको उस शख्स की एक ही फोटो दिखे तो समझ जाइए कि आपको उसने ब्लॉक कर रखा है.
  • अगर आपने किसी को कोई मेसेज भेजा और कई दिनों तक उस मेसेज पर सिंगल टिक ही रहे, तो इसका मतलब है कि सामने वाले ने आपको ब्लॉक कर रखा है. अगर आप उसे कॉल करेंगे तो कॉल भी नहीं कनेक्ट होगा.
  • आपको किसी ने ब्लॉक कर रखा है या नहीं, इसका पता लगाने के लिए सबसे अच्छा तरीका ये भी है कि आफ उस शख्स को किसी वॉट्सऐप ग्रुप में जोड़ने की कोशिश करें. अगर वह यूजर उस ग्रुप में नहीं ऐड हो पा रहा तो इसका मतलब है कि उसने आपको ब्लॉक कर रखा है.
  • अगर किसी ने आपको व्हाट्सएप पर ब्लॉक कर दिया है तो आप उसके लास्ट सीन स्टेटस को नहीं देख पाते हैं. हालांकि कई बार यूजर प्राइवेसी सेटिंग की वजह से भी लास्ट सीन को नहीं देख पाता. आपको कॉन्टैक्ट का नया फोटो नहीं दिखता है तो समझिए कि आप ब्लॉक हैं.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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