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लाहौर 1947 की शूटिंग हुईं शुरू, देखें फोटोज

बॉलीवुड स्टार सनी देओल की फिल्म गदर 2 साल 2023 में रिलीज हुई थी। इस मूवी ने बॉक्स ऑफिस पर ऐसा धमाल मचाया था सभी लोग दंग रह गए थे। इस मूवी में सनी देओल ने पाकिस्तान को जमकर धोया था। फिल्म में बॉलीवुड की फेमस एक्ट्रेस अमीषा पटेल भी नजर आई थी। इस बीच अब सनी देओल की अपकमिंग फिल्म लाहौर 1947 की चर्चा तेज हो गई है। इस मूवी को लेकर आए दिन कोई न कोई अपडेट सामने आ रहे है। अब ये खबर सामने आई है कि इस फिल्म की शूटिंग भी शुरू हो गई है।

प्रीति जिंटा ने शेयर कीं फोटोज

एंटरटेनमेंट (Entertainment News) वर्ल्ड की जानी मानी एक्ट्रेस प्रीति जिंटा ने अपने इंस्टाग्राम पर कुछ तस्वीरें शेयर की हैं, जो कि इंटरनेट वर्ल्ड में तेजी से वायरल हो रही हैं। सामने आई इन तस्वीरों के जरिए प्रीति जिंटा अपने फैंस को ये बता रही हैं कि लाहौर 1947 की शूटिंग शुरू हो गई है। बता दें कि इस फोटो में प्रीति जिंटा के साथ डायरेक्टर राजकुमार संतोषी नजर आ रहे हैं। प्रीति जिंटा और राजकुमार की ये फोटोज इंटरनेट पर खूब वायरल हो रही हैं। यह कहना गलत नहीं होगा कि प्रीति जिंटा की हर अदा पर लोग फिदा हैं। Also Read – Entertainment News Today: उर्फी जावेद के हाथ लगी ये धांसू फिल्म, अदा शर्मा की ‘बस्तर’ एडवांस बुकिंग शुरू

बड़े पर्दे पर वापसी कर रही हैं प्रीति जिंटा

बताते चलें कि वैसे तो प्रीति जिंटा ने कई फिल्मों में अपना जलवा बिखेरा हैं इस लिस्ट में चोरी चोरी चुपके चुपके’, ‘कोई मिल गया’, ‘कल हो ना हो’, ‘वीरा जारा’ के नाम शामिल है। हालांकि अब सालों बाद प्रीति जिंटा बॉलीवुड में धमाल मचाने वाली हैं। इस बात से उनके फैंस काफी खुश हैं। बता दें कि सनी देओल के लिए सला 2023 काफी अच्छा गया था। उनकी फिल्म गदर 2 ने बॉक्स ऑफिस पर सारे रिकॉर्ड्स तोड़ दिए थे। Also Read – सनी देओल की ‘लाहौर 1947’ में हुई पक्की हुई करण देओल की एंट्री, आमिर खान ने किया एक्टर के रोल का खुलासा

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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