बॉलीवुड और मनोरंजन

सलमान खान के शो की पहली कैप्टन बनीं फलक नाज

Bigg Boss OTT 2 Updates: बॉलीवुड के सुपरस्टार सलमान खान का शो बिग बॉस ओटीटी 2 इन दिनों चर्चा का विषय बन गया है। जब से पुनीत सुपरस्टार को इस शो से निकाला गया है तब ही से लोग बिग बॉस के मेकर्स को ट्रोल कर रहे हैं। ट्विटर पर लोग लगातार ये मांग कर रहे हैं कि जल्द से जल्द पुनीत को शो में वापस लाया जाए। वहीं हालिया एपिसोड में बिग बॉस के घर में नॉमिनेशन का टास्क हुआ, जिसमें 4 कंटेस्टेंट्स नॉमिनेट हुए। वहीं बिग बॉस ओटीटी सीजन 2 को उसका पहला कैप्टन भी मिल गया है। इस रिपोर्ट में जानते हैं कौन है इस सीजन का पहला कप्तान….

फलक नाज बनी बिग बॉस ओटीटी 2 की पहली कैप्टन

हाल ही में बिग बॉस के घर में कैप्टेंसी टास्क हुआ था। इस दौरान घर में काफी बवाल हुआ। हालांकि आखिर में घरवालों की सहमति से फलक नाज को बिग बॉस ओटीटी 2 का पहला कैप्टन बना दिया गया है। अब उनके हाथों में घरवालों की कमान है। हालांकि कुछ लोग फलक नाज के कैप्टन बनने से खुश नहीं है। लोगों का मानना है कि उन्होंने अभी तक कुछ खास नहीं किया है। उनकी किस्मत अच्छी है कि वो कैप्टन बन गई हैं। वहीं कुछ लोगों तो फलक नाज की तुलना बिग बॉस 16 की कंटेस्टेंट निमृत कौर से कर दी है।

पुनीत सुपरस्टार की होगी वापसी?

बताते चलें कि बिग बॉस ओटीटी 2 अब धीरे-धीरे काफी मजेदार होने लगा है। लोग इस शो को काफी पसंद करने लगे हैं। बता दें कि बिग बॉस ओटीटी के पहले सीजन में करण जौहर होस्ट थे लेकिन इस बार सलमान खान के हाथों में इस शो की कमान है। यही वजह है कि बिग बॉस ओटीटी 2 की लोकप्रियता और भी बढ़ गई है। हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आई थी, जिसमें ये बताया गया था कि वीकेंड का वार पर पुनीत सुपरस्टार सलमान खान के सामने पेश हो सकते हैं। हालांकि अब तक इसे लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

बॉलीवुड, हॉलीवुड, साउथ, भोजपुरी और टीवी जगत की ताजा खबरों के लिए यहां क्लिक करें…
बॉलीवुड लाइफ हिन्दी के फेसबुक पेज, ट्विटर पेज,
यूट्यूब पेज
और इंस्टाग्राम अकाउंट से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें…

ताजा गॉसिप के लिए हमें फेसबुक मैसेंजर पर फॉलो करें।


Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button