बॉलीवुड और मनोरंजन

64 साल की नीना गुप्ता ने दिखाया बोल्ड अवतार

Anupama Written Update: टीवी सीरियल ‘अनुपमा’ जब से टेलीकास्ट हुआ है तब से ही टीआरपी की लिस्ट में राज कर रहा है। इस सीरियल में रोज एक नया ड्रामा होता है, जिस वजह कभी शाह हाउस तो कभी कपाड़िया हाउस में लड़ाइयां होती हैं। रुपाली गांगुली (Rupali Ganguly) और गौरव खन्ना स्टारर इस सीरियल के बीते एपिसोड में देखने के लिए मिला था कि डिंपल और समर, मालती देवी की मदद से कार खरीदते हैं, जिसके बाद शाह हाउस में काफी हंगामा होता है। समर अपने बड़े भाई तोषू को बेइज्जत तक कर देता है। ऐसे में अब मालती देवी पर वनराज शान और अनुपमा का गुस्सा निकलेगा।

मालती देवी की लंका को आग लगाने की बात करेगा वनराज

टीवी सीरियल ‘अनुपमा’ (Anupama) के अपकमिंग एपिसोड में देखने के लिए मिलेगा कि समर और तोषू के झगड़े के बाद वनराज शाह मालती देवी के गुरुकुल पहुंच जाता है। वह यहां पर मालती देवी को उसके परिवार से दूर रहने की नसीहत देता है। साथ ही वह मालती देवी के कहता है कि मेरे बच्चों की मां सीधी साधी है, लेकिन मैं वैसा नहीं हूं। मेरे घर में आग लगाई तो मैं आपकी जिंदगी में ऐसी आग लगाऊंगा, जिसमें आपका गुरूर, आपका घमंड और ये गुरुकुल सब जल जाएगा। अगर अनुपमा को अकेला समझा तो मैं आपकी लंका दहन कर दूंगा। ये सब बोलकर वनराज वहां से निकल जाता है, जिसके बाद गुरु मां अनुपमा को धमकी भरी रिकॉर्डिंग भेजती है। वह वनराज को बर्बाद करने की बात करती है।

मालती देवी को जवाब देने की बात करेगी अनुपमा

सीरियल में आगे देखने के लिए मिलेगा कि अनुपमा शाह हाउस जाती है और वहां वनराज से पूछती है कि वह मालती देवी को धमकी देकर क्यों आए हैं? ऐसा करने से चीजें और खराब होगी। अनुपमा और वनराज की इस बातचीत के बीच डिंपल और समर भी बोलते हैं, जिसके बाद दोनों को अनुपमा का गुस्सा झेलना पड़ता है। अनुपमा दोनों को कार में जाकर ठंडी हाव खाने का बोल देती है। वहीं, वनराज अनुपमा को जवाब देता है कि मालती देवी आग लगाएगी कि मैं चुप नहीं रहूंगा। अनुपमा समर-डिंपी को बोलती है कि मालती देवी के साथ काम करने पर परिवार के साथ धोखा नहीं होना चाहिए। इसके बाद अनुपमा गुरु मां को खुद हैंडल करने के लिए कहती है। तब बाबू जी अनुपमा को समझाते हैं कि इसका हल निकालना तो पड़ेगा। तब अनुपमा कहती है कि गुरु मां के साथ जो भी करना है, वो मैं करूंगी। सब कुछ सही करूंगी।

मालती देवी की नई चाल

अनुपमा में आगे देखने के लिए मिलेगा कि कपाड़िया हाउस में भी अधिक और रॉमिल का झगड़ा हो जाता है। वहीं, दूसरी तरफ गुरु मां को डिंपल के जरिए पता चलता है कि माया की मौत अनुपमा को बचाते हुए हुई। मालती देवी ये बात अनुपमा की बेटी छोटी अनु को बताने की कोशिश करती है, तभी बीच में अनुपमा आ जाती है। वह गुस्से में अपनी गुरु मां से कहती है, ‘गुरु भगवान समान है, लेकिन मां अपने बच्चों के लिए भगवान से लड़ जाती है। आज तक एक शिष्या का श्रद्धा देखी है, लेकिन आज आप मां का गुस्सा देखेंगी। मेरे बच्चे खिलौने नहीं है।’

Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button