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‘सत्यप्रेम की कथा’ के प्रमोशन में कियारा आडवाणी ने पहनी 98 हजार की स्कर्ट, तस्वीरें वायरल

Satyaprem Ki Katha: बॉलीवुड की खूबसूरत एक्ट्रेस कियारा आडवाणी (Kiara Advani) इस वक्त कार्तिक आर्यन (Kartik Aaryan) के साथ अपनी अपकमिंग फिल्म ‘सत्यप्रेम की कथा’ के प्रमोशन में बिजी चल रही हैं. फिल्म के प्रमोशन इवेंट में हर दिन कियारा एक से बढ़कर एक शानदार लुक में नजर आ रही हैं. हाल ही में उन्हें व्हाइट टॉप के साथ व्हाइट मिनी स्कर्ट पहने हुए स्पॉट किया गया था. ये मिनी स्कर्ट जैक्वेमस ब्रांड की जिसका प्राइज काफी हाई है.  

कियारा ने शेयर की प्रमोशन लुक की खूबसूरत तस्वीरें
कियारा आडवाणी ने अपने इस ब्यूटीफुल लुक की कुछ तस्वीरें अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर की हैं. जिसमें एक्ट्रेस व्हाइट आउटफिट में काफी हसीन लग रही हैं. इन तस्वीरों में कियारा कैमरे के लिए दीवारे के सामने किलर पोज दे रही हैं. तस्वीरों को शेयर करते हुए कियारा ने कैप्शन में एक दिल वाली इमोजी बनाई है. एक्ट्रेस का ये लुक फैंस काफी ज्यादा पसंद कर रहे हैं.


ये है कियारा की मिनी स्कर्ट की कीमत

वहीं बात करें कियारा की इस आउटफिट की तो उनकी उन्होंने इस मिनी स्कर्ट को एक ऑफ-व्हाइट कलर के स्किन फिट टॉप के साथ पेयर किया. एक्ट्रेस ने अपना लुक खुले बालों, मिनिमल मेकअप और बेज एम्बेलिश्ड स्ट्रैप हाई हील्स के साथ पूरा किया है. आपको जानकर हैरानी होगी कि कियारा की इस मिनी स्कर्ट की इसकी कीमत 98,055 रुपए की है.

29 जून को रिलीज होगी फिल्म

बताते चलें कि कार्तिक आर्यन और कियारा आडवाणी की ‘भूल भुलैया’ के बाद ‘सत्यप्रेम की कथा’ के जरिए पर्दे पर धमाल मचाने को तैयार है. उनकी ये फिल्म 29 जून को थिएटर्स में रिलीज होने के लिए पूरी तरह तैयार है. फिल्म में कार्तिक-कियारा के अलावा सुप्रिया पाठक कपूर, गजराज राव, सिद्धार्थ रंधेरिया, अनुराधा पटेल, राजपाल यादव, निर्मित सावंत और शिखा तल्सानिया भी अहम रोल में नजर आएंगे.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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