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Festive Sale : आधी कीमत पर खरीद लीजिए Keypad Mobile, यहां पढ़ें कौन-कौन से ब्रांड इसमें शामिल

Keypad Mobile : स्मार्टफोन के आने से कीपैड मोबाइल की डिमांड बेशक कम हो गई है, लेकिन ऐसा नहीं है कि आज के समय में इन फोन्स को कोई खरीद नहीं रहा हो. आपको बता दें अभी भी देश में ऐसे बहुत से लोग हैं, जो कीपैड मोबाइल खरीदना पसंद करते है, क्योंकि उनके लिए स्मार्टफोन को यूज करना बहुत कठिन होता है.

इसके साथ ही कीपैड मोबाइल में बैटरी लाइफ 3 से 4 दिन तक आसानी से चल जाती है, जिस वजह से ऑलवेज कनैक्ट रहने के लिए बहुत से लोग स्मार्टफोन के साथ एक कीपैड फोन भी रखना पसंद करते हैं. इसी बात को ध्यान में रखकर हम आपके लिए कीपैड मोबाइल पर मिलने वाले डिस्काउंट की जानकारी लेकर आए हैं. आइए जानते हैं इसके बारे में…

Motorola A10e

मोटोरोला का ये फोन ड्यूल सिम के साथ आता है. इसकी ओरिजनल प्राइस 1599 रुपये है, जिसे आप 22 प्रतिशत के डिस्काउंट पर केवल 1249 रुपये में खरीद सकते हैं. मोटोरोला के इस फोन में 800mAh की बैटरी मिलती है. साथ ही आप माइक्रो एसडी कार्ड की मदद से फोन की मैमोरी को 32 GB तक एक्सटेंड कर सकते हैं. ये फोन रोज गोल्ड कलर ऑप्शन में मौजूद है.

Nokia 5310

नोकिया हमेशा से ट्रस्ट करने वाला ब्रांड रहा है, कंपनी के कीपैड मोबाइल आज भी यूजर्स की पहली पसंद हैं. Nokia 5310 फोन की ओरिजनल प्राइस 4,299 रुपये है, जिसे आप केवल 3,499 रुपये में खरीद सकते हैं. इस फोन में MP3 प्लेयर, FM रेडियो और रियर कैमरा दिया गया है. 

JioBharat B1 4G

जियो का ये फोन 4G कनेक्टिविटी को सपोर्ट करता है. इस फोन में जियो सिनेमा, जिया सावन और जियो पे येज किया जा सकता है. जियो ने इस फोन में 2000mAh की बैटरी, डिजिटल कैमरा दिया है. इस फोन की ओरिजनल प्राइस 1,999 रुपये है, जिसे आप केवल 1299 रुपये में खरीद सकते हैं.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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