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जो कंटेंट बड़े-बड़े OTT ऐप्स पर नहीं मिलेगा वो अब आप Jio Cinema पर देख पाएंगे, मिलेगा ये सब

Jio Cinema Update: रिलायंस जियो के स्वामित्व वाली कंपनी ने एक बड़ी डील साइन की है जिससे OTT सर्विस प्रोवाइडर नेटफ्लिक्स, अमेजन और डिज्नी प्लस हॉटस्टार को तगड़ा झटका लगने वाला है. दरअसल, Viacom18 ने एक मल्टी ईयर डील  HBO, Max Originals और Warner Bros के साथ की है जिसके बाद इनसे जुड़ा कंटेंट सीधे जियो सिनेमा पर भी भारत में देखा जा सकेगा. इससे पहले HBO से जुड़ा कंटेंट यूजर्स डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर देख पाते थे लेकिन कंपनी ने 31 मार्च को HBO के साथ कॉन्ट्रैक्ट खत्म कर दिया था.  

ये सब देखने को मिलेगा

इस डील के साइन होने के बाद यूजर्स जियो सिनेमा पर HBO से जुड़ा कंटेंट, House of The Dragon, The Last of Us, Succession और The White Lotus आदि को स्ट्रीम कर पाएंगे. इसके अलावा HBO फेमस सीरीज जैसे कि Game of Thrones, Big Little Lies, Chornobyl और Veep आदि सभी चीजों को देख पाएंगे. 

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हॉटस्टार और अमेजन को लगेगा झटका

रिलांयस के इस कदम से फेमस OTT स्ट्रीमिंग ऐप्स जैसे कि नेटफ्लिक्स, अमेजन और डिज्नी प्लस हॉटस्टार को यूजरबेस के मामले में बड़ा झटका लग सकता है क्योकि भारत में Warner Bros और HBO के कंटेंट को काफी पसंद किया जाता है. रिलांस पहले ही टाटा आईपीएल को जियो सिनेमा पर लाकर एक बड़ी टक्कर अन्य OTT ऐप्स को दे चुका है.

खरीदना पड़ सकता है जियो सिनेमा का सब्सक्रिप्शन

हाल ही में ये खबर सामने आई थी कि रिलांयस जियो सिनेमा के लिए पेड सब्सक्रिप्शन का ऐलान कर सकता है. कंपनी तीन तरह के प्लान बनाने पर काम कर रही है और इसी के तहत यूजर्स अलग-अलग कंटेंट को एक्सेस कर पाएंगे. जानकारी के मुताबिक, कंपनी जियो सिनेमा के लिए 2 रुपये, 99 रुपये और 599 रुपये का प्लान ला सकती है. पेड वर्जन जियो प्रीमियम कहलाया जाएगा.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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