बॉलीवुड और मनोरंजन

मेकअप में घूमते हुए दिखाई दिए आमिर खान के बेटे जुनैद

Aamir Khan Son Junaid: आमिर खान के बेटे जुनैद खान पिछले कुछ समय से बॉलीवुड में अपने डेब्यू की तैयारी कर रहे हैं. उन्हें अक्सर अपने पिता और बहन इरा खान के साथ स्पॉट किया जाता है. जुनैद को बुधवार रात उन्हें मुंबई के जुहू इलाके के मशहूर पृथ्वी थिएटर के बाहर स्पॉट किया गया. हालांकि, जिस चीज ने सभी का ध्यान खींचा वो ये था कि जुनैद ने आंखों पर मेकअप किया हुआ था और माथे पर काला टीका भी लगाया हुआ था. 

मेकअप में घूमते हुए दिखाई दिए आमिर खान के बेटे जुनैद

वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि जुनैद ब्लैक टी-शर्ट में नजर आ रहे हैं. पैपराजी से स्पॉट होने पर जुनैद हंसते हुए बोलते हैं कि ‘अभी तो मैं मेकअप में हूं. मैं ये निकाल कर आता हूं.’ जुनैद का हमेशा की तरह पैप्स के लिए सादगी भरा अंदाज देखने को मिला. बता दें कि जुनैद जल्द ही बॉलीवुड में अपना डेब्यू करने जा रहे हैं.  


आमिर खान के बेटे जुनैद खान मोस्ट अवेटेड फिल्म महाराज के साथ बॉलीवुड में अपनी बड़ी शुरुआत करने के लिए तैयार हैं. जुनैद खान अपनी सादगी को लेकर ज्यादा सुर्खियां बटोरते हैं. आमिर ने एक इंटरव्यू में बताया था कि, ‘एक बार उसने मुझे बताया था कि वह अपने दोस्त की शादी के लिए बेंगलुरु जा रहा है और उसने मुझसे कहा मैं बस से जा रहा हूं’.

बता दें कि जुनैद आम लोगों की तरह ही जिंदगी को जीना पसंद करते हैं. वह हमेशा से ही एक सेल्फ मेड शख्स बनना चाहते हैं. जुनैद की फिल्म महाराज का नया पोस्टर भी रिलीज किया गया है. महाराज में जयदीप अहलावत, शारवरी और शालिनी पांडे जैसे शानदार कलाकार भी होंगे. आमिर खान के बेटे जुनैद लाइमलाइट में बेहद कम नजर आते हैं और अब फिल्म ‘महाराज’ से जुनैद खान डेब्यू करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं

 

यह भी पढ़ें:  गुपचुप शादी रचाने के बाद Taapsee Pannu पहली बार हुईं स्पॉट, पैपराजी को किया इग्नोर, वीडियो वायरल

Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button