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‘मालदीव से समंदर के मजे लेकर आए हो…’, पैपराजी से ऐसी बात सुनकर भड़के विजय वर्मा! ने दी ये वॉर

Vijay Varma Got Angry On Papparazzi: हाल ही में कुछ वीडियोज सामने आए थे जिसमें विजय और तमन्ना को एक ही दिन लेकिन अलग-अलग एयरपोर्ट पर स्पॉट किया गया था. जिसके बाद अंदाजा लगाया जाने लगा कि कपल एक साथ वेकेशन मनाने निकले हैं. हालांकि दोनों स्टार्स की तरफ से इस मामले पर कोई रिएक्शन नहीं आया.

तमन्ना भाटिया ने अपने इंस्टाग्राम पर मालदीव्स में एंजॉय करते हुए अपनी कुछ तस्वीरें भी शेयर की थीं. वहीं अब दोनों ही सितारों को दोबारा एयरपोर्ट पर एक ही दिन देखा गया. ऐसे में पैपराजी ने विजय वर्मा से उनके वेकेशन को लेकर कुछ ऐसा पूछ डाला कि एक्टर उनपर भड़कते दिखाई दिए.

विजय ने दी पैपराजी को वॉर्निंग!
विजय वर्मा डेनिम और व्हाइट शर्ट के साथ फंकी लुक में एयरपोर्ट पर नजर आए. उन्हें देख पैपराजी ने उनसे पूछा, ‘मालदीव से समंदर के मजे लेकर आए हो?’ पैपराजी के इस सवाल पर डार्लिंग्स एक्टर को गुस्सा आ गया और उन्होंने वॉर्निंग दे डाली. विजय वर्मा ने पैपराजी से कहा- ‘आप ऐसे सवाल नहीं कर सकते.’ अब सोशल मीडिया पर उनका ये वीडियो जमकर वायरल हो रहा है.


एयरपोर्ट पर खूबसूरत लगीं तमन्ना
तमन्नाा भाटिया अपना वेकेशन एंजॉय करके लौट चुकी हैं. एयरपोर्ट पर वे बेहद कूल लुक में नजर आईं. एक्ट्रेस ब्राउन ब्रीज ओवर लेयर कॉर्ड सेट में दिखाई दीं. इस लुक के साथ उन्हें मैचिंग सन ग्लासेस और फ्लैट हेयर बन में देखा गया.

एक-दूसरे को डेट कर रहे विजय-तमन्ना 
विजय वर्मा और तमन्ना भाटिया को लेकर लंबे समय से डेटिंग की अफवाहें चल रही थीं. वहीं ‘लस्ट स्टोरीज 2’ की रिलीज से पहले स्टार्स ने इन अफवाहों को कंफर्म कर दिया था और यह माना था कि दोनों एक-दूसरे को डेट कर रहे हैं. इसके बाद आय दिन दोनों को एक दूसरे के साथ देखा जाता है जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आती रहती हैं.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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