“मै नहीं चाहता था कि RCB मुझे खरीदे” कोहली की वजह से RCB से नहीं जुड़ना चाहता था ये खिलाड़ी, जारी किया बयान – Cricket Origin

इंडियन प्रीमियर लीग का 16वां संस्करण शुरू होने में कुछ दिन ही शेष हैं। टीमों ने अपनी तैयारियों को गति प्रदान कर दी है और इन टीमों में आरसीबी उन कुछ टीमों में से एक है, जिसके खाते में एक भी ट्रॉफी जीतने का सुख नसीब नहीं हुआ है।
लेकिन इसी बीच आरसीबी के ऑलराउंडर शाहबाज अहमद ने चौंकाने वाला बयान अब वायरल हो रहा है। जिसमे उन्होंने खुलासा किया कि वह 2020 में नीलामी के दिन विराट कोहली के नेतृत्व वाली फ्रेंचाइजी में बिना बिके रहने की उम्मीद कर रहे थे।
आरसीबी से नहीं जुड़ना चाहते थे शाहबाज अहमद
आईपीएल फ्रेंचाइजी राॅयल चैलेंजर्स बैंगलोर अपने खिलाड़ियों से जुड़े एक खास पाॅडकास्ट चलाती है। जहां पॉडकास्ट के नए एपिसोड में शहबाज अहमद ने कहा- “मैंने कभी नहीं सोचा था कि आरसीबी मुझे चुनेगी, यह आश्चर्य की बात थी। ईमानदारी से कहूं तो उस समय मेरे कंधे में चोट थी। हर क्रिकेटर आईपीएल में खेलना चाहता है और तब मेरा घरेलू सीजन अच्छा चल रहा था।”
उन्होंने आगे कहा – “एसोसिएशन के लोगों ने कहा था कि मुझे नीलामी में मौका मिला, लेकिन मैंने कभी नहीं सोचा था कि आरसीबी मुझे खरीदेगी। वास्तव में मैं सोच रहा था कि अगर मैं बिना बिके रह जाऊं तो बेहतर होगा क्योंकि मैं नहीं चाहता था कि आईपीएल में फिर से कोई समस्या आए। अगर मैं फिट नहीं रहा तो सीजन बेकार चला जाएगा।”
नहीं बिकने के कारण मैंने बंद कर दिया था टीवी : शाहबाज अहमद
ऑक्शन मे नहीं बिकने के कारण शाहबाज अहमद ने टीवी भी कर दिया था। इसको लेकर पॉडकास्ट मे बात करते हुए उन्होंने आगे कहा- ” मेरे साथी ईशान पोरेल को पहले पंजाब ने चुना था। इसके बाद मेरी बारी थी। पहली बार मैं बिना बिके रह गया था और मैं बहुत खुश था।”
“मैंने टीवी बंद कर दिया और मुझे राहत महसूस हुई, लेकिन जैसे ही नीलामी खत्म होने वाली थी, मेरे दोस्तों ने मुझे बताया कि मुझे आरसीबी ने चुना है। हर कोई अभी भी ड्रेसिंग रूम में नीलामी देख रहा था। जबकि मैंने सोचा कि अरे नहीं, यह कैसे हुआ।”
क्षेत्ररक्षण था शाहबाज अहमद का सबसे बड़ा डर
जब शाहबाज अहमद आरसीबी से जुड़े तब विराट कोहली टीम इंडिया के कप्तान थे और फील्डिंग को लेकर काफी कॉन्सस रहते थे। उन्हे विराट के लिए आगे बात करते हुए कहा, ” मेरा सबसे बड़ा डर यह था कि मुझे आरसीबी द्वारा चुना गया था और उस समय विराट भाई टीम इंडिया के भी कप्तान थे। मैंने सोचा क्या होगा।
“मुझे फील्डिंग में परेशानी हो रही थी और विराट भाई फील्डिंग के बारे में काफी संजीदा हैं, लेकिन कोविड मेरे लिए गेम-चेंजर था। लॉकडाउन में मुझे कंधे की सर्जरी कराने का समय मिला। जब मैं पहले कैंप के लिए टीम में शामिल हुआ, तो मैं फिट था।”