बॉलीवुड और मनोरंजन

ईशान खट्टर को एटीट्यूड दिखाने पर ट्रोल हुईं पलक तिवारी, नेटिजन्स बोले ‘इसको लगता है कि ये…’

Palak Tiwari And Ishaan Khattar: टीवी की पॉपुलर एक्ट्रेस श्वेता तिवारी की बेटी पलक तिवारी हमेशा सोशल मीडिया पर चर्चा में बनी रहती हैं. हमेशा अपने से स्टाइलिश लुक से सभी को चौंका देने में एक्ट्रेस कभी फेल नहीं होती हैं. वह हाल ही में एक खूबसूरत ब्लैक ड्रेस में नजर आईं. इस ड्रेस में पलक काफी गॉर्जियस लग रही हैं. हालांकि अपनी एक हरकत की वजह से लोग पलक तिवारी को ट्रोल कर रहे हैं. 

ईशान खट्टर को एटीट्यूड दिखाने पर ट्रोल हुईं पलक तिवारी

पलक का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में जिस चीज़ ने सबका ध्यान खींचा वह था उनका ‘रवैया’. क्लिप में उन्हें ईशान खट्टर को नजरअंदाज करते और उन्हें ‘एटीट्यूड दिखाते’ हुए देखा जा सकता है. सोशल मीडिया यूजर्स ने वीडियो पर कमेंट्स किए है, उनमें से एक ने लिखा, “ये कितना एटीट्यूड दिखा रही है” दूसरे ने कहा, “यह रवैया ठीक नहीं है”. तीसरे यूजर ने कहा- पलक दिखावा करने वाली लगती है, बिना किसी मेहनत के स्टार रवैया अपनाती है.

 


वीडियो को देखकर एक ने कमेंट कि “इतना एटीट्यूड और जीरो मैनर्स… उसने ईशान को हैलो तक नहीं कहा”. एक ने कहा- वह उन सभी लोगों के सामने एक ही तरह का चेहरा बनाती रहती है जिन्हें वह पसंद नहीं करती है. अपनी मां की तरह ही घमंडी और अहंकारी इंसान… विनम्र व्यक्ति बनो. ईशान आपसे बड़ा अभिनेता है.. वह बहुत विनम्र है. इस वीडियो को इंस्टा बॉलीवुड ने पोस्ट किया है.

 

बता दें कि पलक ने सलमान खान की फिल्म किसी का भाई किसी की जान से बॉलीवुड में डेब्यू किया, जिसमें शहनाज गिल भी थीं. पलक तिवारी आए दिन अपने लुक्स को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा में रहती है. 

 

यह भी पढ़ें:  Sooraj Pancholi: जिया खान के बाद 7 साल से इस लड़की को डेट कर रहे हैं सूरज पंचोली, बोले- ‘यह बेहद खूबसूरत है…’

Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button