टैकनोलजी

मोबाइल फोन-टीवी सहित कई होम अप्लायंसेस होंगे सस्ते, GST में भारी कटौती, यहां देखें लिस्ट

वित्त मंत्रालय (Ministry of Finance) ने आम लोगों को बड़ी सौगात दी है. सरकार की पहल से अब मोबाइल फोन, टीवी, रेफ्रिजरेटर सहित कई होम अप्लायंसेस (home applainces) सस्ते हो जाएंगे. वित्त मंत्रालय ने ऐसे कई सामानों पर लगने वाली जीएसटी (GST) दरों में भारी कटौती कर दी है. वित्त मंत्रालय ने ऐसे सामानों की पूरी लिस्ट जारी की है. पंखे, कूलर, गीजर आदि पर लगने वाले 31.3 प्रतिशत जीएसटी को घटाकर 18 प्रतिशत कर दिया है.

जीएसटी में बड़ी कटौती

घरेलू उपकरणों में मोबाइल फोन, LED बल्ब, टीवी, फ्रिज समेत इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम पर लगने वाले जीएसटी (GST) में बड़ी कटौती की है. वित्त मंत्रालय के मुताबिक, मोबाइल फोन, स्मार्ट टीवी, LED बल्ब, फ्रिज, UPS,वाशिंग मशीन पर लगने वाले 31.3 प्रतिशत जीएसटी को घटाकर 12 प्रतिशत तक कर दिया है. वित्त मंत्रालय ने इस बारे में ट्वीट करते हुई जानकारी शेयर की है. 

27 इंच या इससे कम साइज का टीवी होगा सस्ता

जीएसटी की नई दर के मुताबिक, अगर आप 27 इंच या इससे कम साइज का टीवी खरीदेंगे तो आपको अब पहले के मुकाबले कम कीमत देनी होगी. वैसे देखा जाए तो ज्यादातर कंपनियां कम से कम 32 इंच या इससे ऊपर के साइज के टीवी की मैनुफैक्चरिंग करती हैं. 32 इंच या इससे ऊपर के साइज के टीवी पर कोई बदलाव नहीं किया गया है. इनपर पहले की तरह ही 31.3 प्रतिशत जीएसटी लागू रहेगा.

मोबाइल फोन के दाम भी घटेंगे

सरकार (Ministry of Finance) ने मोबाइल फोन पर लगने वाले GST में भारी कटौती की है. पहले जीएसटी दर 31.3 प्रतिशत थी जिसे घटाकर अब 12 प्रतिशत तक कर दिया गया है. ऐसा होने के बाद मोबाइल फोन मैनुफैक्चरर्स दाम में कटौती कर सकती हैं. कुल मिलाकर अगर आप आने वाले फेस्टिव सीजन में मोबाइल फोन खरीदते हैं तो कम खर्च में खरीदारी हो जाएगी.

यह भी पढ़ें

भारत में सभी टेक प्लेटफॉर्म को भारतीय कानून का पालन करना होगा, आईटी स्टेट मिनिस्टर ने कही खरी-खरी 

Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button