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रणबीर कपूर की रामायण में नजर आएंगी ये चाइल्ड आर्टिस्ट

बॉलीवुड स्टार रणबीर कपूर की अपकमिंग फिल्म रामायण को लेकर सभी लोग एक्साइटेड हैं। नितेश तिवारी की मूवी रामायण की शूटिंग शुरू हो गई है। बीते दिनों फिल्म के सेट से कुछ तस्वीरें लीक हो गई थी। फोटोज में रणबीर कपूर और साई पल्लवी भगवान राम और माता सीता के रूप में नजर आ रहे हैं। इन दोनों का ये लुक देख फैंस की खुशी सातवें आसमान पर पहुंच गई थी। इस बीच मोस्ट अवेटेड फिल्म रामायण को लेकर एक अपडेट सामने आया है, जिसमें ये बताया है कि मूवी में एक फेमस चाइल्ड एक्ट्रेस की एंट्री हो गई है।

रामायण में इस चाइल्ड एक्ट्रेस की हुई एंट्री

बॉलीवुड स्टार रणबीर कपूर की फिल्म रामायण का अच्छा खासा बज बना हुआ है। इस मूवी का हर कोई बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। फिल्म के मेकर्स मूवी के लिए अलग-अलग कलाकारों को कास्ट कर रहे हैं। इस बीच अब मेकर्स ने टीवी की पॉपुलर चाइल्ड एक्ट्रेस त्रिशा शारदा को अप्रोच किया है। बताया जा रहा है कि त्रिशा शारदा माता सीता के बचपन का रोल निभाएंगी। बता दें कि कि त्रिशा शारदा ने कई टीवी शोज में काम किया है। उन्होंने ‘यशोमती मैया के नंदलाला’ में भगवान श्रीकृष्ण का रोल निभाया था। Also Read – ‘रामायण’ से लीक हुआ रणबीर कपूर-साई पल्लवी का लुक, स्टार्स को राम-सीता के अवतार में देख खुश हुए फैंस

रामायण में ये सितारे आएंगे नजर

एंटरटेनमेंट (Entertainment News) वर्ल्ड में नितेश तिवारी की फिल्म रामायण की चर्चा जोरों शोरो से हो रही है। हाल ही में अरुण गोविल और लारा दत्ता की फोटो सामने आई थी। इन्हें देखने के बाद लोगों ने दावा किया था कि फिल्म में अरुण गोविल, राजा दशरथ का रोल निभाएंगे। वहीं लारा दत्ता के कैकयी का रोल निभाने की बात कही गई थी। बताते चलें कि नितेश तिवारी की फिल्म रामायण की रिलीज डेट अबतक सामने नहीं आई है। इसे लेकर भी फिल्म के मेकर्स जल्द ही कोई न कोई अपडेट जरूर देंगे।

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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