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शिवांगी जोशी से सगाई करेंगे कुशाल टंडन, एक्टर ने तोड़ी चुप्पी

टीवी एक्ट्रेस शिवांगी जोशी और कुशाल टंडन इन दिनों अपनी पर्सनल लाइफ की वजह से काफी सुर्खियों में बने हुए हैं। हाल ही में शिवांगी जोशी और कुशाल टंडन को एक रिपोर्ट सामने आई थी, जिसमें ये बताया गया था कि दोनों जल्द ही सगाई करने वाले हैं। इस खबर के सामने आने के बाद से ही लोग इंटरनेट पर बस इन दोनों के बारे में चर्चा कर रहे हैं। इस बीच अब टीवी के पॉपुलर एक्टर कुशाल टंडन ने काफी समय बाद इस मामले में अपनी चुप्पी तोड़ी है। आइए इस रिपोर्ट में जानते हैं कुशाल टंडन ने शिवांगी जोशी संग सगाई की खबरों पर क्या कहा है।

कुशाल टंडन ने किया रिएक्ट

टीवी न्यूज में इन दिनों बस कुशाल टंडन और शिवांगी जोशी ही छाए हुए हैं। अब कुशाल टंडन ने सगाई वाली खबर पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। कुशाल टंडन ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर स्टोरी लगाते हुए लिखा, ‘यार मीडिया वालों, एक बात बताओ, मेरी सगाई हो रही है और मुझे ही पता नहीं। मैं थाईलैंड में मार्शल आर्ट का सीख रहा हूं। इसमें कुशाल ने मीडिया पर भी सवाल खड़े किए हैं।’ बीते दिनों ने शिवांगी जोशी ने इन बातों पर रिएक्ट करते हुए कहा था, ‘मुझे अफवाहें पसंद हैं, मुझे हमेशा अपने बारे में कुछ ऐसा पता चलता है जो मैं कभी नहीं जानती थी।’ Also Read – इन 9 पॉपुलर टीवी सेलेब्स को इंस्टाग्राम पर फॉलो करती हैं शिवांगी जोशी, लिस्ट में है इस ‘दुश्मन’ का भी नाम

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शिवांगी जोशी को डेट कर रहे हैं कुशाल टंडन

टीवी एक्ट्रेस शिवांगी जोशी और कुशाल टंडन इन दिनों टीवी शो बरसातें में नजर आ रहे हैं। इस शो में दोनों का रोमांटिक अंदाज देखने को मिल रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो रियल लाइफ में शिवांगी और कशाल एक दूसरे के लिए फील करते हैं। हालांकि अभी तक दोनों ने भी इस बारे में कुछ नहीं कहा है। वैसे फैंस को शिवांगी जोशी और कुशाल टंडन की जोड़ी काफी पसंद आती है।

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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