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Nokia के तीन नए 4G फीचर फोन्स लॉन्च, बस इतनी कीमत में Youtube समेत कई ऐप्स कर सकेंगे यूज

Nokia ब्रांड के स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनी HMD Global ने नए फीचर फोन्स लॉन्च किए हैं. कंपनी ने Nokia 215, Nokia 225 और Nokia 235 4G फोन्स पेश किए हैं. ये फोन्स अलग अलग कलर ऑप्शनंस में ग्राहकों के लिए उपलब्ध है. इसमें  T9 कीबोर्ड, ब्लूटूथ, FM रेडियो, QVGA स्क्रीन और रिमूवेबल बैटरी जैसे कई फीचर्स मौजूद हैं. 

नए फीचर फोन्स में मिलेगी ये खासियत

ये सभी हैंडसेट फीचर फोन्स हैं लेकिन कई रीजन में इसमें क्लाउड ऐप्स का एक्सेस मिलेगा. अफ्रीका, भारत, मिडिल ईस्ट और दूसरे सीजन में ये फोन्स क्लाउड ऐप्स के साथ आएगा. इसमें न्यूज, वेदर रिपोर्ट के साथ साथ यूट्यूब शार्ट्स भी देखने को मिल जाएंगे. 

जानें क्या है खास बात

Nokia 215 4G में 2.8-inch का डिस्प्ले, Nokia 225 4G में 2.4-inch का डिस्प्ले और Nokia 235 4G में 2.8-inch का डिस्प्ले मिलता है. ये सभी स्क्रीन QVGA रिज्योलूशन वाली हैं. ये सभी फोन्स Unisoc T107 प्रोसेसर पर काम करता है. फीचर्स देखकर ऐसा लगता है कि लोगों को ये फोन काफी पसंद आने वाला है.

कैसी है कनेक्टिविटी?

ये तीनों फीचर फोन्स में Bluetooth 5.0, 3.5mm हेडफोन जैक, USB टाइप-सी पोर्ट मिलता है. इसमें 64MP RAM और 128MB का स्टोरेज मिलता है. स्टोरेज को माइक्रो SD कार्ड की मदद से 32GB तक बढ़ा सकते हैं. इन सभी में 1450 mAH की बैटरी मिलती है. नोकिया 215 4जी, 225 4जी और 235 4जी को भारत सहित अन्य बाजारों में विस्तार करने से पहले शुरुआत में यूरोप में उपलब्ध कराया जाएगा. 

कितनी होगी कीमत?

कंपनी ने इन फीचर फोन्स को यूरोप में पेश किया है। Nokia 215 4G की कीमत $63 (लगभग 5,000 रुपये), Nokia 225 4G की कीमत $74 (लगभग 6,000 रुपये), और Nokia 235 4G की कीमत $84 (लगभग 7,000 रुपये) है. इसके बाद ये फोन भारत जैसे मार्केट्स में भी लॉन्च होने की बात कही गई है.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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