इंसानियत अभी जिंदा है,

इंसानियत अभी जिंदा है
ब्रिजेश बडगुजर कार्यकारी संपादक
रिसोड,(जिला वाशिम)महाराष्ट्र
बैंक खाते में गलती से आए ₹50000 लौटा कर स्थानीय निवासी श्री सचिन गांजरे नामक युवक ने ईमानदारी का परिचय देकर आज के युग में भी इमानदारी जिंदा होने की मिसाल पेश की है.
एक ओर जहां करोना महामारी संकट से जूझ रहे लोगों के बीच लूट खसूट की कई खबरें सुनने को मिल रही हैं,कहीं से भी आए रुपए कमाने के लिए लोग किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं,ऐसे में श्री सचिन गांजरे की मिसाल प्रेरणादाई है,
रिसोड शहर के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया शाखा में एक ग्राहक ने अपने रुपए जमा करवाए,लेकिन बैंक खाते के अंकों में गड़बड़ी के चलते रुपए संबंधित व्यक्ति के खाते में ना जाकर सचिन गांजरे के खाते में चले गए,हालांकि इस बात की जानकारी सचिन गांजरे को भी नहीं थी,संबंधित व्यक्ति पूछताछ के लिए लगातार बैंक के चक्कर लगा रहा था,रकम भी छोटी मोटी ना होकर 50000 की थी,बैंक कर्मचारियों को अपनी गलती का एहसास हुआ,तब उन्होंने इस बात की सूचना सचिन गांजरे को भी दी,सचिन जी ने इस बात की जानकारी लेकर तुरंत 50,000 का चेक संबंधीत व्यक्ति को लौटा दिया