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राहा को स्टोरी सुनाती दिखीं मॉम आलिया भट्ट, शेयर की बेहद प्यारी तस्वीर

Alia Bhatt Raha Kapoor Photo: बॉलीवुड एक्ट्रेस आलिया भट्ट इन दिनों अपनी फिटनेस और लुक को लेकर सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रही हैं. इसी बीच एक्ट्रेस ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक ऐसी तस्वीर शेयर कर दी है. जो तेजी से वायरल हो रही हैं. इस तस्वीर में आलिया ने अपनी क्यूट डॉल राहा की झलक दिखाई है.

आलिया ने शेयर की राहा संग क्यूट फोटो

आलिया भट्ट ने ये तस्वीर अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर की है. जोकि बहुत ही अडोरेबल है. इस फोटो में आलिया एक किताब पढ़ रही हैं और नन्ही राहा अपनी म़ॉम की गोद में बैठी हुई हैं. तस्वीर में आलिया एक बुक पढ़ रही हैं, जिसका नाम बेबी बी काइंड है. फोटो को शेयर करते हुए आलिया ने इसके कैप्शन में भी ‘बेबी बी काइंड’ लिखा है.


फैंस ने बरसाया आलिया और राहा पर प्यार

राहा कपूर इस नई झलक को देखकर फैंस काफी ज्यादा खुश नजर आ रहे हैं और आलिया की पोस्ट पर बेशुमार प्यार लुटा रहे हैं. कुछ ही देर में पोस्ट पर हैं. कुछ ही देर में आलिया की इस पोस्ट पर एक लाख से ज्यादा लाइक्स आ चुके हैं. एक यूजर ने आलिया और राहा की फोटो पर कमेंट करते हुए लिखा है, ‘राहा और उसकी क्यूट मॉमी’ .दूसरे ने लिखा ‘ये आज की इंटरनेट की क्यूटेस्ट फोटो है’.  इसके अलावा एक और ने लिखा, ‘ दो बच्चे पढ़ रहे हैं’

इस फिल्म में नजर आई थीं आलिया भट्ट

वर्कफ्रंट की बात करें तो आलिया भट्ट को आखिरी बार फिल्म ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ में देखा गया था. जिसमें वो रणवीर सिंह के साथ इश्क लड़ाती नजर आई थीं. फिल्म में धर्मेंद्र और शबाना आजमी भी अहम किरदार में थे.

बताते चलें कि आलिया भट्ट ने बी-टाउन के हैंडसम हंक रणबीर कपूर से शादी की है. दोनों ने काफी वक्त की डेटिंग के बाद एक-दूजे संग ब्याह किया था. अब ये कपल एक प्यारी सी बेटी के पेरेंट्स हैं. जिसका नाम उन्होंने राहा कपूर रखा है.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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