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घर पर हुई फायरिंग के बाद सलमान खान छोड़ेंगे गैलेक्सी अपार्टमेंट?

Salman Khan House Firing Case: 14 अप्रैल को सलमान खान के गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर दो बाइक सवारों ने कई राउंड की फायरिंग की थी, तभी से सलमान खान के घरवाले और फैंस उन्हें लेकर काफी परेशान भी हैं. लेकिन ऐसा कहा जा रहा है कि सलमान गैलेक्सी अपार्टमेंट को छोड़कर अपनी लोकेशन चेंज करने पर विचार कर रहे हैं. 

सलमान खान छोड़ेंगे गैलेक्सी अपार्टमेंट?

हालांकि इन खबरों पर सलमान के छोटे भाई अरबाज खान ने आखिरकार इस पर अपना बयान दिया है और बताया है कि सलमान अपना घर छोड़ने पर विचार कर रहे हैं या नहीं. अरबाज खान से हाल ही में उनके भाई सलमान खान के घर के बाहर हुई फायरिंग के बारे में सवाल किया गया था. 


अरबाज से पूछा गया कि क्या सलमान अपना गैलेक्सी अपार्टमेंट खाली करने का प्लान बना रहे हैं. इस पर अरबाज ने कहा- ‘क्या आपको लगता है कि ये सब करने से सबकुछ ठीक हो जाएगा. जगह या घर चेंज करने से कोई ऐसा दोबारा करने का सोच नहं सकता?’

‘सलमान सालों से रह रहे हैं’

आगे सलमान खान के भाई अरबाज ने कहा- ‘मेरे पिता सलीम खान सालों से उस घर में रहते हैं. सलमान भी वहां सालों से रह रहे हैं. वह उनका घर है. कोई नहीं कहता कि ये घर खाली करो और हम तुम्हें जाने देंगे. ऐसा नहीं है. इसीलिए, अगर ऐसा होता तो ऐसा करना सही होता. बस ऐसे में ये ही कर सकते हैं कि आप नॉर्मल होकर अपनी लाइफ जियो और हर चीज का ध्यान रखा जाए.’

बता दें कि 14 अप्रैल को सलमान के मुंबई स्थित गैलेक्सी अपार्टेमेंट के बाहर फायरिंग की थी. घटना के वक्त सलमान खान अपने घर में ही मौजूद थे. बाइक पर सवार दोनों आरोपियों ने पांच राउंड फायर किए. इस घटना के बाद सलमान खान की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. बता दें कि इससे पहले भी लॉरेंस बिश्नोई कई बार सलमान को धमकी दे चुका है. 

 

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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