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8000mah बैटरी वाला टैबलेट हो गया सस्ता, मिलेगी पूरी 18,000 रुपये की छूट

Samsung Galaxy Tab S8 : अगर आपको ऑफिस और बच्चों के स्कूल के कामों को पूरा करने के लिए टैबलेट की जरूरत है, तो आपके लिए नया टैबलेट खरीदने का ये एकदम सही समय है. दरअसल सैमसंग ने हाल ही में Galaxy Tab S9 लॉन्च किया गया है, जिसके बाद सैमसंग ने Galaxy Tab S8 टैबलेट की प्राइस कम कर दी है.

आपको बता दें Galaxy Tab S8 में 13MP प्राइमरी सेंसर और 6MP अल्ट्रा-वाइड एंगल लेंस के साथ डुअल रियर कैमरा है. फ्रंट में वीडियो कॉलिंग के लिए 12MP का कैमरा है. सैमसंग गैलेक्सी टैब S8 में 8000mAh की बैटरी है.

  Samsung Galaxy Tab S8 पर डिस्काउंट

सैमसंग ने Samsung Galaxy Tab S8 का 128GB वाई-फाई वेरिएंट 66,999 रुपये में लॉन्च किया था. एंड्रॉयड टैबलेट को अब48,999 रुपये में खरीदा जा सकता है. टैबलेट ग्रेफाइट, सिल्वर और पिंक गोल्ड रंग विकल्पों में आता है. इसके साथ ही Samsung Galaxy Tab S8 खरीदने वालों को सैमसंग कुछ ऑफर्स भी दे रहा है. यूजर्स एचडीएफसी बैंक क्रेडिट और डेबिट कार्ड पर 6,000 रुपये इंस्टेंट डिस्काउंट ले सकते हैं. 4,226 रुपये प्रति माह से शुरू होने वाली नो-कॉस्ट ईएमआई का भी विकल्प इस टैबलेट पर मिल रहा है.  

Samsung Galaxy Tab S8 के फीचर्स

सैमसंग गैलेक्सी टैब S8 में 2560×1600 पिक्सल रेजोल्यूशन के साथ 11 इंच का WQXGA डिस्प्ले है. डिवाइस एंड्रॉइड 12 ऑपरेटिंग सिस्टम पर रन करता है. एंड्रॉइड टैबलेट क्वालकॉम स्नैपड्रैगन चिपसेट द्वारा संचालित है और इसमें 13MP प्राइमरी सेंसर और 6MP अल्ट्रा-वाइड एंगल लेंस के साथ डुअल रियर कैमरा है. फ्रंट में वीडियो कॉलिंग के लिए 12MP का कैमरा है. सैमसंग गैलेक्सी टैब S8 में 8000mAh की बैटरी है.

इस बीच, सैमसंग ने भारत में नई गैलेक्सी टैब एस9 सीरीज लॉन्च की है, जिसमें तीन टैबलेट शामिल हैं – गैलेक्सी टैब एस9, गैलेक्सी टैब एस9+ और गैलेक्सी टैब एस9 अल्ट्रा. एंड्रॉइड टैबलेट की कीमत 85,999 रुपये से शुरू होती है और ये देश में प्री-ऑर्डर के लिए उपलब्ध हैं.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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