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सैमसंग मोबाइल के बाद अब फोल्डेबल टैबलेट लाएगी, कंपनी कर रही ये तैयारी

फोल्डेबल फोन foldable Phone) से आप रू-ब-रू हो चुके हैं. अब आप फोल्डेबल टैबलेट (samsung foldable tablet) के लिए तैयार रहिए. दक्षिण कोरियाई इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी सैमसंग (samsung) ने गुरुवार को कहा कि वह आने वाले समय में अपना फोल्डेबल टैबलेट (foldable tablet) लॉन्च करने की तैयारी कर रही है. इससे पहले कंपनी ने बाजार में फोल्डेबल मोबाइल निकाला था. आईएएनएस की खबर के मुताबिक, कुछ समय पहले कंपनी ने फोल्डेबल फोन गैलेक्सी जेड फोल्ड 5 लॉन्च किया था.

टैबलेट-पीसी जैसी दूसरी कैटेगरी में फोल्डेबल्स 

खबर के मुताबिक, सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स (samsung electronics) के एमएक्स बिजनेस के अध्यक्ष और प्रमुख टीएम रोह ने कहा कि फोल्डेबल्स का विस्तार टैबलेट और पीसी जैसी दूसरी कैटेगरी में होगा और इसके बाद भी इसका डेवलपमेंट जारी रहेगा. एंड्रॉयड फोल्डिंग टैबलेट एक बहुत अच्छा प्रोडक्ट कैटेगरी है, जहां हम फोल्डेबल को लागू कर सकते हैं. फोल्डेबल सेगमेंट को लेकर रोह ने कहा कि लोग किताबें पढ़ना या नोटबुक का इस्तेमाल करते हैं. ऐसे ही इसका भी इस्तेमाल किया जा सकता है. 

लैपटॉप में भी लागू होगा फोल्डेबल

फोल्डेबल टैबलेट (samsung foldable tablet) में आप जरूरी चीजों को सुरक्षित रख सकते हैं. सैमसंग का कहना है कि अभी यह हमने स्मार्टफोन में लागू किया है, इसे हम आगे टैबलेट और लैपटॉप में भी लागू करेंगे. हम इसके लिए बहुत सारी चीजों पर काम कर रहे हैं, ताकि हमें विश्‍वास हो सके कि यह प्रोडक्ट यूजर्स को देने के लिए तैयार है. पिछले महीने फोल्डेबल सेगमेंट में कंपनी ने ‘गैलेक्सी जेड फ्लिप 5’ और ‘गैलेक्सी जेड फोल्ड 5’ बाजार में उतारा था.

फोल्डेबल फोन सेगमेंट में सैमसंग सहित दूसरी कई कंपनियां भी अपने प्रोडक्ट्स लगातार पेश कर रही हैं. इस सेगमेंट में शिपमेंट में भी ग्रोथ देखा जा रहा है.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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