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सस्ते में मिल रहा iPhone 14, क्या आपको इसे लेना चाहिए? या 15 का इंतजार करना सही है

iPhone 14 or 15? एपल सितम्बर में iPhone 15 को लॉन्च कर सकता है. इस मोबाइल फोन के लॉन्च से पहले पुराने मॉडल, iPhone 14 की कीमत कम हुई है. ई-कॉमर्स वेबसाइट अमेजन पर iPhone 14 पर ग्राहकों को अच्छा डिस्काउंट दिया जा रहा है. आज इस लेख में हम आपको बताएंगे कि आपको आईफोन 14 लेना चाहिए या 15 का इन्तजार करना सही रहेगा.

किसे खरीदना सही है?

अमेजन पर iPhone 14 का बेस मॉडल यानि 128GB वेरिएंट डिस्काउंट के बाद 67,644 रुपये में बिक रहा है. यानि लॉन्च प्राइस से सीधे 12,000 रुपये कम में ये उपलब्ध है. अगर आप अपने लिए नया iPhone लेने की सोच रहे हैं तो ये समय इसकी खरीदारी का बेस्ट है. ऐसे लोग जिनका बजट कम है उन्हें iPhone 14 की तरफ अभी जाना चाहिए. लेकिन वो लोग जो 2 से 3 महीने वेट कर सकते हैं उन्हें iPhone 15 ही लेना चाहिए क्योकि इसमें कंपनी कुछ बदलाव करने वाली है. यानि 15 के बेस मॉडल में आपको तमाम नई चीजें देखने को मिलेंगी जो अब तक 14 प्रो वेरिएंट तक सीमित थी. साथ ही iPhone 15 में आपको अच्छा बैटरी और कैमरा सपोर्ट भी मिलेगा.

अगले महीने ये फोन होगा लॉन्च 

अगले महीने 11 जुलाई को नथिंग अपना दूसरा स्मार्टफोन लॉन्च करेगी. इस फोन का सभी को इन्तजार और डिजाइन को लेकर सभी उत्सुक हैं. Nothing Phone 2 के कुछ स्पेसिफिकेशन सामने आ चुके हैं. फोन में आपको नथिंग 1 के मुकाबले 200 एमएएच ज्यादा बैटरी का सपोर्ट मिलेगा. यानि 4700 एमएएच की बैटरी मिलेगी. इसके अलावा स्मार्टफोन में ड्यूल कैमरा सेटअप, स्नैपड्रैगन 8th प्लस जनरेशन 1 चिपसेट और 6.7 इंच की डिस्प्ले मिलेगी. लीक्स की मानें, तो नथिंग फोन 2 की कीमत 40,000 रुपये के आस-पास हो सकती है. मोबाइल फ़ोन के लॉन्च इवेंट को कम्पनी के यूट्यूब चैनल के माध्यम से 11 जुलाई शाम 8:30 बजे के बाद देख पाएंगे.   

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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