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शाहरुख-दीपिका नहीं बल्कि ये हैं ‘पठान’ के असली हीरो-हिरोइन! वायरल हुई बॉडी डबल्स की तस्वीर

Pathaan BTS Photo: शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) और दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) की फिल्म पठान (Pathaan) की बॉक्स ऑफिस पर कमाई जारी है. अब ये फिल्म बहुत जल्द ओटीटी प्लेटफॉर्म पर स्ट्रीम होने वाली है. इस मूवी में शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण ने एक से एक स्टंट और एक्शन सीक्वेंस किए हैं, जिन्हें देखकर लोगों के होश उड़ गए. हालांकि, दोनों सितारों ने ऐसे सीन्स खुद नहीं किए बल्कि इसके लिए बॉडी डबल का इस्तेमाल किया था, जिनकी एक फोटो इंटरनेट पर वायरल हो रही है.

पठान फिल्म के सेट से वायरल हुई फोटो

शाहरुख खान के फैन क्लब पेज पर इस तस्वीर को शेयर किया गया है. इसमें किंग खान और दीपिका पादुकोण के साथ बॉडी डबल्स नजर आ रहे हैं, जिन्होंने फिल्म पठान में शाहरुख और दीपिका की जगह स्टंट किए हैं. दोनो सितारे अपने-अपने बॉडी डबल के साथ पोज देते हुए दिख रहे हैं.

 

शाहरुख-दीपिका ने बॉडी डबल्स के साथ दिया पोज

फोटो में देखा जा सकता है कि शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण बॉडी डबल्स के साथ ग्रीन स्क्रीन के सामने खड़े हैं. चारों एक ही तरह के कॉस्ट्यूम पहने हुए नजर आ रहे हैं. तस्वीर को देखकर ऐसा लग रहा है कि इसे एरियल सीन के दौरान क्लिक किया गया था, जिसमें दीपिका और शाहरुख प्लेन पर लटककर एक बिल्डिंग से दूसरी बिल्डिंग में जाते हैं.

पठान फिल्म ने कर ली इतने करोड़ रुपये की कमाई

मालूम हो कि शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) और दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) की फिल्म पठान (Pathaan) 25 जनवरी, 2023 को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी, जिसमें जॉन अब्राहम ने भी काम किया था. ये फिल्म दुनियाभर में 1 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई कर चुकी है. वहीं, ये पहली फिल्म है जिसने देश में 500 करोड़ क्लब को पार कर दिया है. रिपोर्ट के मुताबिक, शाहरुख खान की फिल्म पठान 22 मार्च, 2023 को ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेजन प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम होगी.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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