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गर्लफ्रेंड बुबा से अलग हुए एमसी स्टेन, वायरल हुआ पोस्ट

सलमान खान के शो बिग बॉस 16 को अपने नाम करने वाले एमसी स्टेन आए दिन किसी न किसी वजह से चर्चा में बने रहते हैं। बिग बॉस के घर में एमसी स्टेन ने जमकर धमाल मचाया था, हालांकि कुछ लोगों का ये मानना था कि उन्हें बिग बॉस की ट्रॉफी नहीं मिलनी चाहिए थी। इसके बावजूद भी एमसी स्टेन ने इस ट्रॉफी को अपना बना लिया। बता दें कि शो के दौरान एमसी स्टेन ने कई दफा अपनी गर्लफ्रेंड बुबा का जिक्र किया था। अब ये खबर सामने आ रही है कि एमसी स्टेन और उनकी गर्लफ्रेंड बुबा की राहें अलग हो गई हैं।

एमसी स्टेन का हुआ ब्रेकअप

टीवी न्यूज में छाए रहने वाले बिग बॉस 16 के विनर एमसी स्टेन को लेकर एक अपडेट सामने आया है, जिसमें ये बताया गया है कि उनका ब्रेकअप हो गया है। एमसी स्टेन ने अपने इंस्टाग्राम पर एक स्टोरी लगाते हुए लिखा, ‘द एंड’ वहीं एक और पोस्ट में उन्होंने लिखा ‘ब्रेकअप सबसे मजबूत एहसास भी खत्म हो जाता है, जब वो नजरअंदाज किया जाने लगे।’ एमसी स्टेन का ये पोस्ट इंटरनेट पर लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है। लोगों का ये मानना है कि एमसी स्टेन और उनकी गर्लफ्रेंड बुबा अब अलग हो गए हैं। Also Read – Bigg Boss 16 के विनर MC Stan ने सीक्रेट गर्लफ्रेंड को बताया ‘पजेसिव’, शादी की डेट पर कह डाली ये बात

बेहद पॉपुलर हैं एमसी स्टेन

बताते चलें कि एमसी स्टेन की लोकप्रियता काफी तगड़ी है। इस मामले में वो बड़े-बड़े बॉलीवुड स्टार्स को टक्कर देते हैं। वहीं इंस्टाग्राम पर भी वो छाए रहते हैं। उन्हें 11 मिलियन लोग फॉलो करते हैं। एमसी स्टेन को महंगे कपड़े पहनने का काफी शौक है। बिग बॉस के घर में एमसी स्टेन ने अपने कपड़ों की प्राइज के बारे में खुलासा किया था। मालूम हो कि शो के दौरान एमसी स्टेन, शिव ठाकरे, साजिद खान और अब्दु रोजिक की दोस्ती काफी चर्चा में थी। इन सभी को मंडली का हिस्सा कहा जाता था।

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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