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482KM स्पीड से चला सकेंगे सुपरकार, PUBG Mobile ने SSC नॉर्थ अमेरिका के साथ किया करार

Tuatara and Tuatara Striker Added in Battleground: अमेरिकी कार निर्माता SSC नॉर्थ अमेरिका के साथ PUBG Mobile ने एक साझेदारी की घोषणा की है. इस साझेदारी के तहत SSC की दो हाइपरकार्स Tuatara और Tuatara Striker फेमस बैटल रॉयल गेम में प्लेयर्स इस्तेमाल कर पाएंगे. इसके बारे में जानकारी भी सामने आई है. 

दरअसल, सबसे तेज प्रोडक्शन कार का रिकॉर्ड अपने नाम करने वाली Tuatara और अपने अपने डिजाइन और फ्यूचरिस्टिक लुक वाली Tuatara Striker कार 9 जुलाई को इस गेम में उपलब्ध होगी. खास बात ये है कि प्लेअर्स को इसके दो कलर ऑप्शन मिलेंगे, जिसमें Tuatara रोज फैंटम और स्काई क्रेन और Tuatara Striker डॉन एज और ब्लू नाइटस्कैप में अवेलेबल होगा. बता दें कि पावरफुल ट्विन-टर्बोचार्ज्ड V8 इंजन के लिए SSC की कारें जानी जाती हैं. 

हाई स्पीड कार की उम्मीद में प्लेयर्स

प्लेयर्स गेम के अंदर हाई स्पीड कार की उम्मीद कर सकते हैं. PUBG मोबाइल के हाल ही में आए अपडेट के बाद इन  इन हाइपरकारों की शुरुआत हुई थी. अब इसमें पहली बार 20fps ऑप्शन पेश किया गया है. हाई फ्रेम रेट को सपोर्ट करने वाले स्मार्टफोन में ये आसानी से यूज हो सकता है.  इससे पहले PUBG ने Aston Martin और Tesla के साथ करार किया था, जिसमें प्लेअर्स को लग्जरी कारों को वर्चुअली चलाने का मौका मिला था. इस गेम में Tuatara और Tuatara Striker काफी बदलाव ला सकती है. 

नए व्हीकल आने से गेमप्ले पर पड़ता है असर

नए व्हीकल आने से गेमप्ले पर काफी असर पड़ता है. प्लेयर्स भी इसे ज्यादा से ज्यादा खेलना पसंद करते हैं. नए व्हीकल आने से प्लेयर्स को कई स्ट्रेटजी के साथ कुछ नया करने का भी मौका मिलता है. बता दें कि भारत में पबजी मोबाइल को खेलने वाले यूजर्स की संख्या लाखों में है. लोग इस गेम को काफी पसंद करते हैं और नए अपडेट्स का भी इंतजार करते हैं.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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