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चलती कार में प्रियंका चोपड़ा की पोनीटेल खोलते नजर आए निक जोनास, पिसी ने क्यूट वीडियो किया शेयर

Priyanka Chopra Nick Jonas Viral Video: प्रियंका चोपड़ा और निक जोनास अक्सर अपनी फैमिली टाइम की पिक्चर्स और वीडियो अपने फैंस के साथ शेयर करती रहते हैं. इस दौरान कपल की कंपेटिबिलिटी फैंस को खूब पसंद आती है. अब पिसी ने एक और वीडियो शेयर किया है. जिसमें निक जोनास चलती कार में उनकी पोनीटेल खोलते नजर आ रहे हैं. पिसी और निक को साथ में देखना उनके फैंस के लिए काफी दिलचस्प होता है. ऐसे में पिसी के केयर करते हुए निक काफी क्यूट लग रहे हैं. साथ ही प्रियंका चोपड़ा के एक्सप्रेशन भी काफी दिलचस्प हैं.

पत्नी प्रियंका की केयर करते नजर आए निक
निक अक्सर प्रियंका के लिए अपना प्यार जताते नजर आते हैं. अब हाल ही में एक्ट्रेस ने इसकी एक और झलक पेश की है. दरअसल पिसी ने अपने इंस्टा अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है. जिसकी शुरुआत में निक प्रियंका के बालों को टॉर्च से देखते नजर आ रहे हैं. उसके बाद वो पिसी की पोनीटेल खोल रहे हैं. जाहिर है प्रियंका अपनी पोनीटेल से परेशान हो गई होंगी, जिस परेशानी को निक दूर करते नजर आ रहे हैं. निक पिसी बड़ी ही जद्दोजहद करके पिसी का पोनीटेल खोलने में आखिरकार कामयाब हो ही जाते हैं. इस दौरान पिसी कभी खिलखिलाकर हंसती हैं तो कभी अजीब मुंह बनाती हैं. इसका वीडियो शेयर करते हुए निक जोनास ने लिखा, ‘पोनीटेल जटिल है.’


यूजर्स को पसंद आया हसबैंड निक का अंदाज
इंस्टाग्राम यूजर्स को पिसी के हसबैंड निक का ये अंदाज काफी पसंद आ रहा है. एक कई फैंस इस वीडियो पर लव रिएक्ट कर रहे हैं तो कई कमेंट बॉक्स में पिसी और निक के लिए प्यार बरसा रहे हैं. एक यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा, ‘ओ.. ये कितना प्यारा है.’ वहीं एक अन्य यूजर ने कमेंट किया, ‘मैं दुआ करती हूं कि सभी को निक जोनास की तरह हसबैंड मिले, वो जेंटलमैन हैं.’ वहीं एक फैन ने लिखा, ‘वो पोनीटेल खोलने की कोशिश कर रहे हैं, सो क्यूट.’

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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