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‘डंकी’ ने दुनियाभर में मचाया तूफान! सलमान खान की ‘टाइगर 3’ को मात देकर आगे निकली किंग खान की फिल्म

Dunki Box Office Collection Worldwide: शाहरुख खान की फिल्म ‘डंकी’ रिलीज के पहले दिन से ही धमाकेदार परफॉर्म कर रही है. फिल्म 21 दिसंबर, 2023 को थिएटर्म में रिलीज हुई थी और अब तक शानदार कारोबार कर रही है. फिल्म को रिलीज हुए महीने से ज्यादा वक्त हो गया है और इस दौरान कई फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर दस्तक दी लेकिन ‘डंकी’ इनके बीच भी डटी रही. 

‘डंकी’ ने ना सिर्फ घरेलू बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड तोड़ कमाई की बल्कि दुनियाभर में अपनी कामयाबी का परचम लहराया है. शाहरुख खान की ‘डंकी’ उनके करियर की तीसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म का खिताब अपने नाम कर चुकी है. फिल्म अब भी दुनियाभर में कमा रही है और अब इसने अपने लेटेस्ट वर्ल्डवाइड कलेक्शन के साथ सलमान खान की ‘टाइगर 3’ का वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड तोड़ दिया है.

‘टाइगर 3’ को ‘डंकी’ ने पछाड़ा
सलमान खान की स्पाई थ्रिलर फिल्म ‘टाइगर 3’ दिवाली के मौके पर थिएटर्स में रिलीज हुई थी. फिल्म को दर्शकों का एवरेज रिस्पॉन्स मिला था और इसने वर्ल्डवाइड 467 करोड़ रुपए का कारोबार किया था. वहीं अब ‘डंकी’ ने इस आंकड़े को पार कर कुल 470.60 करोड़ रुपए का कलेक्शन कर लिया है. इस तरह ‘डंकी’ साल 2023 की वर्ल्डवाइड चौथी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली भारतीय फिल्म बन गई है.

ये हैं 2023 की टॉप 5 फिल्में
2023 की पांच टॉप हिंदी फिल्मों के वर्ल्डवाइड कलेक्शन की बात करें तो 1152 करोड़ की कमाई के साथ ‘जवान’ पहले नंबर पर, 1050.8 करोड़ के कलेक्शन के साथ ‘पठान’ दूसरे और 901.2 करोड़ के कारोबार के साथ ‘एनिमल’ तीसरे नंबर पर है. वहीं चौथे नंबर पर 687.8 करोड़ के साथ ‘गदर 2’ और पांचवें नंबर पर ‘डंकी’ (470.60) ने जगह बनाई है. वहीं 467 करोड़ रुपए के कलेक्शन के साथ सलमान खान की ‘टाइगर 3’ छठे नंबर पर है.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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