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एप्पल के अगले आईपैड में होगी स्पेशल स्क्रीन, ये होगा दुनिया का सबसे हल्का, पतला और मजबूत टैबलेट

Apple M3 iPad Pro: एप्पल 2024 में लॉन्च करने वाले अपने अगले आईपैड में कुछ बड़े बदलाव कर सकते है. एक रिपोर्ट के मुताबिक एप्पल कंपनी 2024 के फर्स्ट हाफ यानी पहले 6 महीने में नया आईपैड लॉन्च कर सकती है. 

नए आईपैड की खासियत

ऐसा कहा जा रहा है कि आने वाले आईपैड में एप्पल का M3 Chipset लगाया जाएगा. यह आईपैड OLED स्क्रीन के साथ लॉन्च हो सकता है. डिस्प्ले सप्लाई चेन कंसल्टेंट्स के सीईओ रॉस यंग की रिपोर्ट के मुताबिक एप्पल अपने नए आईपैड प्रो में LTPO-आधारित OLED पैनल का इस्तेमाल कर सकता है.

रॉस यंग ने अपनी रिपोर्ट में आगे कहा है कि, आने वाला नया आईपैड प्रो टेंडेम स्टैक डिस्प्ले वाला दुनिया का पहला टैबलेट होगा, जो इसे और भी ज्यादा मजबूत और टिकाऊ बना देगा. LTPO पैनल आईपैड के पॉवर कंजम्पशन को कम कर देगा. 

सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए हुआ खुलासा

दरअसल, 6 जनवरी को एप्पल हब नाम के एक एक्स (पुराना नाम ट्विटर) अकाउंट से 2024 में आने वाले आईपैड के बारे में एक पोस्ट किया गया. इस पोस्ट में आईपैड की पिक्चर के साथ लिखा है कि, इसके साइत 11 और 13 इंच होंगे. इसमें ओलेड डिस्प्ले होगा. नया डिजाइन होगा, एम3 चिप होगा, कैमरा क्वालिटी बेहतर होगी, 4टीबी तक का स्टोरेज होगा, और इसकी शुरुआत कीमत 1500 डॉलर यानी करीब सवा लाख रुपये होगी.

एप्पल हब के इस पोस्ट पर रॉस यंग ने रिप्लाई करते हुए लिखा कि,  नए आईपैड के ओलेड पैनल के बारे में और भी काफी कुछ कहा जा सकता है. पहली बात की ओलेड पैनल एलटीपीओ के साथ आएगा. यह टेंडम स्टैक के साथ पहला ओलेड टैबलेट होगा, जिससे टैबलेट की डिस्प्ले और ओवरऑल लाइफ सबसे ज्यादा हो जाएगी. यह सबसे हल्का और पतला ओलेड टैबलेट भी होगा.  बहरहाल, अब देखना होगा कि एप्पल कंपनी अपने इस नए टैबलेट को कब तक लॉन्च करती है और भारत में इस शानदार आईपैड को कितनी कीमत में पेश किया जाता है.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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