टैकनोलजी

कहीं AI समाज के लिए वरदान से ज्यादा अभिशाप तो नहीं? CAIS ने क्यों टेक लीडर्स से करवाए हस्ताक्षर

<p style="text-align: justify;"><strong>AI Disadvantage :</strong> एआई को इंसानों के काम को सरल बनाने के लिए डिजाइन किया गया था, लेकिन अब इसके नुकसान भी सामने आने शुरू हो गए हैं. चैटजीपीटी जैसे एआई टूल खतरनाक नुकसान की तरफ बढ़ रहे हैं. यह सब देखते हुए, दुनिया भर के प्रमुख टेक दिग्गजों ने एआई के भयानक परिणामों के बारे में चेतावनी दी है. OpenAI के संस्थापक सैम ऑल्टमैन, Microsoft CTO केविन स्कॉट सहित अन्य टेक लीडर्स ने चेतावनी जारी की है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) समाज के लिए एक जोखिम भी बन सकता है. यह मानवता के लिए उतना ही खतरनाक हो सकता है.</p>
<h3 style="text-align: justify;"><strong>एआई के जोखिम को दूर करने के लिए क्या सुझाव?</strong></h3>
<p style="text-align: justify;">सेंटर फॉर एआई सेफ्टी ने एक बयान जारी किया, जिस पर सैकड़ों अधिकारियों और शिक्षाविदों ने हस्ताक्षर किए हैं. इसमें एआई के रेगुलेशन को प्राथमिकता देने और मानवता के लिए इसके जोखिमों को दूर करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया है. इस बयान में मुख्य तौर पर नौकरी के बारे में बात की गई है, जो एआई के आने से खत्म हो सकती हैं. इसके अलावा, पब्लिक हेल्थ पर नकारात्मक प्रभाव और गलत जानकारी को भी हाईलाइट किया गया है.&nbsp;</p>
<p style="text-align: justify;">बयान में कहा गया है, "महामारी और परमाणु युद्ध जैसे अन्य सामाजिक-स्तर के जोखिमों के साथ एआई के जोखिम को कम करना एक वैश्विक प्राथमिकता होनी चाहिए."</p>
<h3 style="text-align: justify;"><strong>जेफ्री हिंटन ने गूगल क्यों छोड़ा?</strong></h3>
<p style="text-align: justify;">एआई पर काम करने वाले एक प्रमुख हस्ती जेफ्री हिंटन ने हाल ही में Google छोड़ दिया था क्योंकि उनका मानना है कि एआई मानवता के लिए बड़ा जोखिम है. अब कई टेक लीडर्स ने हस्ताक्षर किए हैं, जो एआई के बड़े जोखिमों को हाईलाइट कर रहे हैं. माइकल ओसबोर्न, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में मशीन लर्निंग के प्रोफेसर और माइंड फाउंड्री के सह-संस्थापक के अनुसार, हस्ताक्षरकर्ताओं की बड़ी संख्या एआई के खतरों के बारे में एआई कम्युनिटी के भीतर बढ़ती जागरूकता को दिखा रही है. उन्होंने कहा, "इससे पता चल रह है कि एआई में काम करने वालों में यह अहसास बढ़ रहा है कि एआई जोखिम एक वास्तविक चिंता है."</p>
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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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