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कम कीमत में एक प्रीमियम फोन लॉन्च करने की तैयारी में रियलमी!

Realme GT Neo 6 SE: रियलमी एक नया स्मार्टफोन लॉन्च करने वाली है, जो कंपनी का एक प्रीमियम फोन भी हो सकता है. इस फोन का नाम Realme GT Neo 6 SE है, जिसके बारे में कुछ डिटेल्स का खुलासा हुआ है. आइए हम आपको इस फोन के बारे में बताते हैं.

इस फोन के बारे में जानकारी देते हुए रियलमी के वाइस प्रेसिडेंट ने चीन की एक लोकप्रिय माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म वीबो पर एक टीज़र वीडियो शेयर करते हुए Realme GT Neo 6 SE में के प्रोसेसिंग चिपसेट के बारे में खुलासा किया है. 

रियमली का प्रीमियम फोन

रियलमी ने आधिकारिक तौर पर इस बात की पुष्टि की है कि जल्द लॉन्च होने वाली रियलमी जीटी सीरीज का यह डिवाइस दुनिया का पहला ऐसा स्मार्टफोन होगा जो Qualcomm Snapdragon 7+ Gen 3 चिपसेट के साथ आएगा. हालांकि, आपको बता दें कि चीन की एक अन्य स्मार्टफोन कंपनी वनप्लस ने भी हाल ही में इस बात की पुष्टि की थी कि OnePlus Ace 3V स्मार्टफोन Qualcomm Snapdragon 7+ Gen 3 चिपसेट के साथ लॉन्च होगा.

रियलमी ने आधिकारिक तौर पर आगामी क्वालकॉम चिपसेट को डाउनग्रेडेड Snapdragon 8 Gen 3 SoC  वेरिएंट के रूप में पेश किया है.  Snapdragon 7+ Gen 3 SoC में 2.9GHz पर एक Cortex X4 कोर, 2.6GHz पर चार Cortex A720 कोर, 1.9GHz पर तीन Cortex A520 कोर और एक Andreno 732 GPU के साथ एक ऑक्टा-कोर आर्किटेक्चर पैक शामिल होगा.

फोन के संभावित स्पेसिफिकेशन

रियलमी के एक अधिकारी का कहना है कि GT Neo 6 SE रियलमी का अभी तक का सबसे पॉवरफुल एसई स्मार्टफोन होगा. इस फोन के टीज़र को देखकर समझ में आया आता है कि आने वाला नया फोन मिड-रेंज स्मार्टफोन की एक नई जनरेशन की शुरुआत कर सकता है.

Realme GT Neo 6 SE के संभावित स्पेसिफिकेशन्स की बात करें तो Weibo पर जाने-माने टिपस्टर डिजिटल चैट स्टेशन ने बताया कि इस फोन में 1.5K रेजॉल्यूशन के साथ एक OLED डिस्प्ले पैनल दिया जा सकता है. इसके अलावा मीडिया रिपोर्ट्स में ऐसा दावा किया जा रहा है कि रियलमी का यह फोन 8T LTPO OLED डिस्प्ले वाला सबसे सस्ता स्मार्टफोन हो सकता है.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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