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इलेक्शन कमीशन ने लोकसभा चुनाव के लिए लॉन्च किए 27 ऐप्स और पोर्टल्स

Election Commission of India: शनिवार, 16 मार्च 2024 को भारतीय चुनाव आयोग (ECI) ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए आम चुनाव (19 अप्रैल – 1 जून) की तारीखों का ऐलान किया है. इस दौरान ईसीआई ने बताया और वो कैसे इस बार के लोकसभा चुनाव के दौरान टेक्नोलॉजी का फायदा उठाएंगे.

भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार ने घोषणा की है कि समिति लोगों के लिए वोटिंग प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने की कोशिश कर रही है और इसके लिए 27 ऐप्स और पोर्टल्स को पेश किया जा रहा है.

ECI ने लॉन्च किए कई पोर्टल और ऐप्स

ईसीआई ने एक वोटर्स हेल्पलाइन (VHA) ऐप की घोषणा की है जिससे मतदान केंद्र की डिटेल्स देखना और ऑनलाइन फॉर्म के लिए आवेदन करना आसान हो जाएगा. यह वोटर्स को अपने बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) और चुनावी पंजीकरण अधिकारियों (ईआरओ) से भी कनेक्ट करने में भी मदद करेगा. यह वोटर्स को अपना ई-ईपीआईसी (e-EPIC) (इलेक्ट्रोल फोटो पहचान पत्र) डाउनलोड करने की भी अनुमति देगा. वोटर हेल्पलाइन ऐप अब गूगल प्ले स्टोर पर डाउनलोड के लिए उपलब्ध कर दिया गया है.

cVigil ऐप का क्या नाम

इसके अलावा इलेक्शन कमिशन ऑफ इंडिया ने cVigil नाम का भी एक ऐप लॉन्च किया है, जो यूज़र्स को चुनाव प्रक्रिया के दौरान आदर्श आचार संहिता और फंड यूज़ करने के उल्लंघन की रिपोर्ट करने की सुविधा मुहैया कराएगा. किसी भी उल्लंघन की रिकॉर्डिंग, रिपोर्टिंग और सॉल्यूशन के लिए यह एकमात्र ऐप है.

यह यूज़र्स को 100 मिनट का रिस्पॉन्स टाइमलाइन ऑफर करता है. इसकी खास बात है कि यह किसी भी व्यक्ति द्वारा की गई किसी भी शिकायत को पूरी तरह से गुप्त रखता है. cVigil ऐप को भी गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है.

KYC पोर्टल का क्या काम होगा?

इसके अलावा ईसीआई ने वोटर्स की सुविधा के लिए KYC पोर्टल भी लॉन्च किया है. इस पोर्टल में वोटर्स अपने उम्मीदवार का हलफनामा और उसकी अपराधिक छवि जैसी चीजों का पूरा ब्यौरा देख सकते हैं. चुनाव आयोग के अनुसार ऐसे सभी पोर्टल और ऐप पर सभी राजनीतिक पार्टियों को अपनी-अपनी तमाम जानकारियों को पब्लिश करना अनिवार्य है.

इस पोर्टल का मकसद वोटर्स के लिए सभी जानकारियों को पारदर्शी बनाना है. इसके अलावा समिति ने आम चुनाव में भाग लेने वाले उम्मीदवारों के लिए एक सुविधा पोर्टल भी लॉन्च किया है. उम्मीदवार किसी मीटिंग, रैलियों आदि की अनुमति लेने के लिए इस पोर्टल का उपयोग कर सकते हैं.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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