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WhatsApp पर जल्द चैटिंग के अलावा फाइल्स भी ट्रांसफर कर पाएंगे आप, इन यूजर्स को मिला नया फीचर

WhatsApp File Sharing Feature; सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनी वॉट्सऐप एक नए फीचर पर काम कर रही है. फिलहाल एंड्रॉइड बीटा टेस्टर्स के लिए ये फीचर जारी किया गया है. टेस्टिंग के बाद इसे आने वाले समय में सभी यूजर्स के लिए लाइव किया जा सकता है. नया फीचर आस-पास के लोगों के साथ आपको फाइल्स ट्रांसफर करने की सुविधा देता है. इसके लिए आपको ऐप में शेयर फाइल्स का ऑप्शन मिलेगा जिसके अंदर पीपल nearby का विकल्प होगा.

फाइल ट्रांसफर करने के लिए दोनों यूजर्स को इस ऑप्शन को ऑन रखना होगा. फाइल सेलेक्ट करने के बाद सामने वाले यूजर के मोबाइल में एक रिक्वेस्ट आएगी जो उसे तब प्राप्त होगी जब वह अपने फोन को शेक करेगा. रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करते ही फाइल ट्रांसफर होने लगेगी. फिलहाल ये फीचर बीटा स्टेज में है जिसका मतलब है कि आपको फाइल ट्रासंफर में दिक्कत भी आ सकती है. 

कंपनी पहले से देती है ये ऑप्शन

वॉट्सऐप, पहले से यूजर्स को 2GB तक की फाइल चैट के जरिए ट्रांसफर करने की सुविधा देती है. हालांकि इसके लिए हाईस्पीड डेटा की जरूरत होती है. डेटा वीक होने पर फाइल धीरे-धीरे जाती है जिसमें कई घंटे लग जाते हैं. इस समस्या को खत्म करने के लिए कंपनी नया ऑप्शन ऐप में ला रही है. 

नए फाइल ट्रांफर फीचर के तहत भेजी गई फाइल भी एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड होगी और आपके अलावा इसे कोई भी देख नहीं पाएगा. ऐसे लोग जो आपके कांटेक्ट में सेव नहीं हैं, उनके साथ फाइल ट्रांसफर करने पर आपका मोबाइल नंबर उन्हें नहीं दिखेगा. इसके अलावा भी कंपनी कई नए फीचर्स पर काम कर रही है जो धीर-धीरे यूजर्स को मिलने लगेंगे. इनमें से एक यूजरनेम फीचर है.      

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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