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WhatsApp में दोस्तों के साथ मिलकर देख पाएंगे पार्टी वीडियो, आ रहा ये नया फीचर

WhatsApp: दुनियाभर में सबसे ज्यादा यूज होने वाले सोशल मीडिया ऐप्स में से वॉट्सऐप एक है. ग्लोबली ऐप के 2 बिलियन से भी ज्यादा यूजर्स हैं. यूजर एक्सपीरियंस को बेहतर बनाने के लिए कंपनी समय-समय पर ऐप में अपडेट लाते रहती है. कुछ समय पहले वॉट्सऐप ने ऐप में वीडियो कॉल के दौरान स्क्रीन शेयर करने की सुविधा यूजर्स को दी थी. अब कंपनी एक और नए फीचर पर काम कर रही है जो फिलहाल कुछ बीटा टेस्टर्स के पास उपलब्ध है.

दरअसल, वॉट्सऐप वीडियो कॉल के दौरान यूजर्स को ऑडियो और वीडियो शेयर करने की सुविधा देने वाला है. यानि यूजर्स वीडियो कॉल में स्क्रीन शेयर के दौरान वीडियो और ऑडियो दोनों शेयर कर पाएंगे और कॉल में जुड़े लोग इसे सुन पाएंगे. इससे पहले केवल स्क्रीन शेयर की सुविधा वीडियो कॉल के दौरान थी. फिलहाल ये अपडेट एंड्रॉइड बीटा टेस्टर्स (Android 2.23.26.18) के पास मौजूद है. आने वाले समय में कंपनी इसे सभी के लिए रोलआउट कर सकती है. इस अपडेट की जानकारी वॉट्सऐप के डेवलपमेंट पर नजर बनाए रखने वाली वेबसाइट Wabetainfo ने शेयर की है. ध्यान दें, ऑडियो और वीडियो शेयर का ऑप्शन तभी काम करेगा जब आपकी वीडियो ऑन होगी. डिसेबल होने पर ये काम नहीं करेगा.  

दर्जनों नए फीचर्स पर चल रहा काम 

वॉट्सऐप आने वाले समय में यूजर्स को यूजरनेम, इंस्टाग्राम में स्टेटस शेयर के लिए शॉर्टकट बटन, मल्टीपल पिन मैसेज फीचर, इमोजी रिप्लेसमेंट समेत कई नए फीचर्स मोबाइल ऐप, डेस्कटॉप और वेब यूजर्स को देने वाली है. कंपनी का मकसद समय के साथ यूजर एक्सपीरियंस को बेहतर बनाना है ताकि लोगों को ऐप यूज करने में कोई परेशानी न आये और ऐप अप टू डेट भी लगे. 

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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