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फोनपे ऐप चलाने में बिजनेसमैन को हुई परेशानी, ऑनलाइन मांगी हेल्प तो गंवा बैठा पैसे

अगर आप ऑनलाइन या मोबाइल ऐप इस्तेमाल करते हैं तो ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है. ऑनलाइन स्कैम के मामले बढ़ रहे हैं. अजनबियों पर भरोसा न करके ऐसे घोटालों से सुरक्षित रहना चाहिए. एक लेटेस्ट रिपोर्ट में कहा गया है कि स्कैमर्स अब लोगों से अपने फोन या लैपटॉप पर स्क्रीनशेयरिंग ऐप इंस्टॉल करने के लिए कह रहे हैं और फिर मिनटों में उनके बैंक अकाउंट खाली कर रहे हैं. एक ऐसा ही स्कैम (phonepe app scam) एक बिजनेसमैन के साथ हो गया. अपने PhonePe अकाउंट को संचालित करने के लिए हेल्प मांगने के बाद स्क्रीनशेयरिंग ऐप डाउनलोड करने पर उस कारोबारी को 50,000 रुपये से ज्यादा का चूना लग गया.

गूगल से सर्च कर एक नंबर पर मिलाया था कॉल

खबर के मुताबिक, कर्नाटक के एक गांव के रहने वाले एक बिजनेसमैन को अपने PhonePe ऐप को चलाने में परेशानी हो रही थी. इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक, यहां आपको बता दें, बिजनेसमैन का अकाउंट एक्सिस बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा क्रेडिट कार्ड से लिंक्ड था. परेशानी के हल के लिए बिजनेसमैन ने गूगल में सॉल्यूशन की तलाश कि लिए सर्फिंग शुरू की. इस दौरान उन्हें एक नंबर 08918924399 मिला. इस पर कारोबारी ने 9 जुलाई को सुबह कॉल किया. पहली बार में सामने वाले ने कॉल काट दिया. फिर सामने वाले ने कारोबारी को दूसरे नंबर से कॉल बैक किया. यह नंबर था-01725644238.

ऐसे पैसे हो गए साफ

कारोबारी ने आए हुए कॉल पर मौजूद अजनबी (धोखेबाज) को अपनी PhonePe ऐप से जुड़ी परेशानी बताई और उससे उसके दो बैंक अकाउंट्स के बारे में पूछा गया. डिटेल देने के बाद बिजनेसमैन को रस्ट डेस्क इंस्टॉल करने के लिए कहा गया. यह एक स्क्रीन-शेयरिंग ऐप है. बिजनेसमैन झांसे में आकर इसे इन्स्टॉल कर लिया. धोखेबाज ने स्क्रीनशेयर ऐप के जरिए नजर रखते हुए पीड़ित को फोनपे ऐप खोलने के लिए कहा और उसके दोनों क्रेडिट कार्ड के आगे और पीछे के हिस्से को स्कैन कर लिया. इसके बाद पीड़ित के बैंक ऑफ बड़ौदा क्रेडिट कार्ड से 29,998 रुपये और एक्सिस बैंक क्रेडिट कार्ड से 27,803 रुपये कट गए.

किसी अजनबी पर भरोसा न करें

रिपोर्ट के मुताबिक, 25 जुलाई को राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर शिकायत दर्ज की गई थी और बेलथांगडी पुलिस ने 31 जुलाई को एफआईआर दर्ज की थी. ऐसे स्कैम (phonepe app Scam) से बचने के लिए किसी अजनबी पर भरोसा न करें. कंपनी के अधिकारी से ईमेल या कंपनी के ऑफिशियल नंबर के जरिए संपर्क किया जा सकता है. यहां ध्यान रखें कि कंपनी के अधिकारी आपसे कभी भी कोई ऐप डाउनलोड करने या अपने फोन की स्क्रीन उनके साथ शेयर करने की अपील नहीं करते हैं.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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