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Free Fire Max में शुरू हुआ समर इवेंट, गर्मियों में गेमर्स को मिलेंगे ये फ्री रिवॉर्ड्स

Free Fire Max: फ्री फायर या फ्री फायर मैक्स खेलने वाले गेमर्स को गरेना हमेशा नए-नए इवेंट्स में भाग लेने का मौका देता है, जिससे गेमर्स हमेशा इस गेम के प्रति आकर्षित रहते हैं. इस वक्त भारत में गर्मी यानी समर का सीज़न चल रहा है. इस सीज़न को सेलिब्रेट करने के लिए गरेना ने अपने गेमर्स को एक नया मौका दिया है. 

फ्री फायर मैक्स में शुरू हुआ नया समर इवेंट

गरेना ने फ्री फायर मैक्स खेलने वाले भारतीय गेमर्स के लिए एक नया समर इवेंट की शुरुआत की है. इस इवेंट का नाम समर हीट इवेंट है. गरेना ने अपने इस इवेंट को फ्री फायर मैक्स में लाइव कर दिया है और यह 12 जून तक चलेगा. इसका मतलब है कि गेमर्स अगले एक महीने तक फ्री फायर मैक्स में इस समर इवेंट का फायदा उठा सकते हैं.

इस इवेंट में गेमर्स बहुत सारे थ्रिलिंग चैलेंज़ेस, शानदार रिवॉर्ड्स और भी कई तरह के कंप्टीशन में भाग ले सकते हैं.  आइए हम आपको फ्री फायर मैक्स के इस समर इवेंट की डिटेल्स बताते हैं.

इस इवेंट में क्या-क्या होगा खास?

समर गोल्ड रॉयल: फ्री फायर मैक्स में चलने वाले समर इवेंट के दौरान गेमर्स समर गोल्ड रॉयल का फायदा 2 जून तक उठा पाएंगे. इसमें सिर्फ भाग लेने वाले खिलाड़ियों को एक फ्री फीमेल बंडल प्राप्त होगा, जो काफी स्टालिश होगा.

समर इवेंट: गेमर्स इसका फायदा भी 2 जून तक उठा सकते हैं. इसमें उन्हें आकर्षित गेम मैच खेलने, टोकन इकट्ठा करें, और फिर उन्हें शानदार रिवॉर्ड्स के लिए कैश-इन करने का मौका मिलेगा. इसके अलावा उन्हें गेम में इंटेंश बैटल जीतकर बोनस रिवॉर्ड्स भी पा सकते हैं.

समर पास: यह इस इवेंट में गेमर्स के लिए लूट का भंडार पाने के लिए एक अल्टीमेट टिकट है. इसमें गेमर्स को डेली मिशन्स को कंप्लीट करना है, कुछ स्पेशल चैलेंज़ेस मिलेंगे, जिसके जरिए गेमर्स एक्सक्लूसिव स्किन्स, वाउचर्स, इमोट्स आदि को अनलॉक कर सकते हैं. 

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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