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बेटी के जन्म के 4 महीने बाद ही आलिया भट्ट ने कम कर लिया था पोस्टपार्टम वेट

Alia Bhatt Postpartum Weight Loss: एक्ट्रेस आलिया भट्ट बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेसेस की लिस्ट में शुमार हैं. आलिया जल्द ही फिल्म रॉकी और रानी की प्रेम कहानी में नजर आएंगी. इस फिल्म में वो एक्टर रणवीर सिंह संग इश्क फरमाती दिखेंगी. हाल ही में फिल्म रॉकी और रानी की प्रेम कहानी का एक बिहाइंड द सीन वीडियो सामने आया है. 

आलिया ने बेटी के जन्म के 4 महीने बाद कम किया वजन

इस वीडियो में आलिया बोल रही हैं, ‘जब मैंने फाइन रिजल्ट देखा, तो मुझे बहुत खुशी हुई और मैं गर्व से कह सकती हूं कि मैंने बेबी राहा के जन्म के चार महीने बाद ये कर दिखाया. मैंने वास्तव में खुद को इसके लिए तैयार कर लिया. मैं सच में चाहती थी कि ये शानदार हो.’

रणवीर और आलिया की जोड़ी का कमाल

वीडियो में फिल्म के गाने तुम क्या मिले की मेकिंग को दिखाया गया है. रणवीर और आलिया की रोमांटिक केमिस्ट्री को फैंस काफी पसंद कर रहे हैं. वीडियो में आलिया के साड़ी लुक्स कमाल लग रहे हैं.

बता दें कि रॉकी और रानी की प्रेम कहानी को करण जौहर ने डायरेक्ट किया है. फिल्म 28 जुलाई को रिलीज होगी.

कब हुई थी आलिया की रणबीर कपूर संग शादी?

वहीं आलिया की पर्सनल लाइफ की बात करें तो उन्होंने 14 अप्रैल 2022 को रणबीर कपूर संग सात फेरे लिए. दोनों की शादी मुंबई में फैमिली और करीबी रिश्तेदारों के बीच में हुई थी. उनकी शादी की फोटोज काफी वायरल हुई थीं. इसके कुछ समय बाद आलिया और रणबीर ने जल्द पेरेंट बनने की खबर सुनाई और फिर 6 नवंबर 2022 को आलिया ने बेबी गर्ल राहा को जन्म दिया. सोशल मीडिया पर उन्होंने बेटी के जन्म की जानकारी दी थी. आलिया ने अभी तक अपनी बेटी राहा का चेहरा नहीं दिखाया है.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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