बॉलीवुड और मनोरंजन

‘बस में मेरे साथ हुई छेड़छाड़ और फिर…’, जब इस एक्ट्रेस का हुआ था शारीरिक शोषण, यूं छलका था दर्द

Raveena Tabdon On Eveteasing: बॉलीवुड एक्ट्रेस रवीना टंडन अपने बेबाक बयानों और बिंदास नेचर के लिए जानी जाती हैं. रवीना कई मुद्दों पर निडर होकर अपनी राय भी रखती हैं. रवीना फिल्मों के साथ-साथ सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव हैं और यहां आए दिन अपनी तस्वीरें और वीडियोज साझा करती हैं. हाल ही में रवीना ने अपने बारे में कुछ हैरान कर देने वाले खुलासे किए थे. इन खुलासों के बारे में जानकर उनके फैन्स भी हैरान रह गए थे. रवीना ने बताया था कि स्ट्रगल डेज में वे शारीरिक शोषण का शिकार हो चुकी हैं.

दरअसल, ट्विटर पर एक शख्स ने कुछ समय पहले मुंबई की लोकल ट्रेन का एक वीडियो शेयर किया था, जो खचाखच यात्रियों से भरा था. वीडियो में दिख रहा है कि ट्रेन स्पीड से चल रही है और कुछ लड़के इसकी गेट पर लटके हुए हैं. तभी एक लड़का अचानक से चलती ट्रेन से गिर जता है. इस वीडियो को शेयर करते हुए शख्स ने रवीना टंडन से सवाल किया था. उसने लिखा था, “नमस्ते@ टंडन रवीना, मेट्रो का विरोध करने के लिए आपने आखिरी बार इस तरह का सफर कब किया था? तुम लोग बेशर्म हो”. शख्स के इस ट्वीट का जवाब रवीना टंडन ने दिया. 

रवीना टंडन के साथ हुई छेड़छाड़ 
रवीना टंडन ने यूजर को जवाब देते हुए लिखा, “1991 तक मैंने ऐसे ही सफर किया है. एक लड़की होने की वजह से आप की तरह बिना नाम वाले ट्रोलर्स ने मेरा शारीरिक शोषण भी किया है. काम शुरू करने से पहले मैंने सक्सेस देखी और पहली कार भी खरीदी. नागपुर के हो. आपकी सिटी हरी-भरी है. किसी की सक्सेस या इनकम से जलो मत”. इसके आगे एक और ट्वीट में एक्ट्रेस लिखती हैं, “किशोर उम्र में, स्थानीय लोगों/बसों में यात्रा की. छेड़छाड़ हुई, चुटकी ली, वह सब कुछ हुआ जिससे ज्यादातर महिलाएं गुजरती हैं. साल 1992 में मैंने अपनी पहली कार ली. विकास का स्वागत है, हमें न केवल एक परियोजना के लिए जिम्मेदार होना है”.


गौरतलब है कि रवीना टंडन मेट्रो के लिए काटे जा रहे जंगल के विरोध में हैं. एक्ट्रेस नहीं चाहतीं कि मेट्रो 3 कारशेड बनाने के लिए आरे के जंगल को काटा जाए. इस बात को आधार बनाते हुए इस शख्स ने रवीना टंडन से सवाल किया था, जिसका एक्ट्रेस ने करारा जवाब दिया. 

ये भी पढ़ें: 

इस बार आदत से बाज आ गईं Kangana Ranaut? महाकाल के दर्शन करने गए विराट-अनुष्का पर किया ऐसा कमेंट

 

 

Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button