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‘गदर 2’ ट्रेलर लॉन्च इवेंट में इमोशनल रो पड़े सनी देओल, फैंस के लिए कही ये बात

Sunny Deol Gadar 2 Trailer Out: सनी देओल (Sunny Deol) की मोस्ट अवेटेड फिल्म ‘गदर 2’ (Gadar 2 Trailer) का ट्रेलर रिलीज होते ही सोशल मीडिया छा गया है. वहीं ट्रेलर लॉन्च इवेंट में सनी अपनी को-स्टार अमीषा पटेल (Ameesha Patel) के साथ बड़े ही अनोखे अंदाज में पहुंचे थे. जिसकी तस्वीरें और वीडियोज तेजी से वायरल हो रही हैं. इसी बीच इवेंट से एक ऐसा वीडियो सामने आया है. जिसे देखकर हर कोई इमोशनल हो गया है.  

ट्रेलर लॉन्च इवेंट में भावुक हुए सनी
दरअसल ‘गदर’ की रिलीज के 22 साल बाद फिल्म का पार्ट 2 अब रिलीज होने जा रहे हैं. ऐसे में ये पल ना सिर्फ फैंस बल्कि सनी देओल के लिए भी बेहद खास है. यही वजह है कि ट्रेलर लॉन्च इवेंट में लोगों का प्यार देख सनी देओल के आंसू छलक पड़े. दरअसल जैसे ही सनी स्टेज पर आए तो उनके फैंस ने बोलना शुरू कर दिया कि ‘पाजी तुसी हमारी जान हो, हिन्दुस्तान की शान…हिंदुस्तान जिंदाबाद..’ जिसके बाद एक्टर अपने चाहने वालों को थैंक्यू बोलते हैं और एकाएक उनकी आंखों से आंसू बहने लगते हैं.

फैंस के दिलों पर छाया फिल्म का ट्रेलर
बता दें कि ‘गदर 2’ का ट्रेलर मुंबई में एक शानदार इवेंट में लॉन्च किया गया है. ट्रेलर में ये नजर आता है कि इस बार तारा सिंह अपने बेटे के लिए पाकिस्तानी अफसरों से लड़ाई करते हैं. इसी दौरान उनका दमदार एक्शन भी देखने को मिलता है. वहीं कुछ जगहों पर सकीना के साथ तारा की मीठी नोकझोंक भी फैंस के दिलों को जीत रही है. इसके अलावा ट्रेलर में दिखाए गए सनी देओल के दमदार डायलॉग भी इस वक्त सोशल मीडिया पर ट्रेंड हो रहे हैं.

बता दें कि ‘गदर 2’ 11 अगस्त को रिलीज होने वाली है. ट्रेलर के बाद फैंस में अब फिल्म देखने की एक्साइटमेंट दोगुनी बढ़ गई है.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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