बॉलीवुड और मनोरंजन

‘गदर 2’ के सामने दिखेगा ‘ओएमजी 2’ का बॉक्स ऑफिस पर जलवा? पहले दिन कर सकती है इतनी कमाई!

OMG 2 Box Office Collection: अक्षय कुमार की फिल्म ‘ओएमजी 2’ सनी देओल की फिल्म गदर 2 के साथ 11 अगस्त को सिनेमाघरों में रिलीज के लिए तैयार है. ‘ओएमजी 2’ का ट्रेलर रिलीज होते ही फिल्म विवादों से घिर गई थी, लेकिन अब कुछ एडिटिंग के बाद ये रिलीज के लिए तैयार है. वहीं रिलीज से पहले इसके अलग-अलग प्रोमो वीडियोज फैंस की एक्साइटमेंट बढ़ा रहे हैं. फिल्म से अक्षय कुमार को काफी उम्मीदें हैं क्योंकि एडवांस बुकिंग में फिल्म को अच्छी कमाई हुई है.

रिपोर्ट्स के मुताबिक ‘OMG 2’ ने एडवांस बुकिंग कलेक्शन में एक लाख टिकट बिके हैं. जिसके मुताबिक रिलीज के पहले दिन फिल्म करीब 10 से 11 करोड़ रुपये का क्लेक्शन कर सकती है. हालांकि ये आंकड़े गदर 2 के अनुमानित क्लेक्शन से काफी कम है. ऐसे में कहा जा रहा है कि ‘ओएमजी 2’ बॉक्स ऑफिस पर सनी देओल की सीक्वल फिल्म से पिछड़ जाएगी.


‘ओएमजी 2’ दे पाएगी ‘गदर 2’ को टक्कर?
‘गदर 2’ की बात करें तो 9 अगस्त की रात तक ‘गदर 2’ के लिए 3,91,975 टिकटों की एडवांस बुकिंग हुई. बॉलीवुड हंगामा की रिपोर्ट के मुताबिक गदर 2 पहले दिन ही बॉक्स ऑफिस पर 30 करोड़ से 35 करोड़ तक की कमाई कर सकती है. यहां तक कि कुछ रिपोर्ट्स में ये आंकड़ा 40-45 करोड़ रुपये तक का भी बताया जा रहा है. ऐसे में माना जा रहा है कि अक्षय कुमार की फिल्म सनी देओल की फिल्म से मात खा जाएगी.


27 कट्स के बाद रिलीज हो रही OMG 2!
‘ओएमजी 2’ एक कॉमेडी-ड्रामा फिल्म है  जो कि अक्षय कुमार की 2012 में आई फिल्म ‘ओएमजी’ का सिक्वल है. फिल्म में अक्षय कुमार और पंकज त्रिपाठी के अलावा यामी गौतम भी दिखाई देंगी. वे एक वकील का किरदार निभाती नजर आएंगे. ओएमजी 2 टीनएजर्स के बीच सेक्स एजुकेशन की इम्पोर्टेंस पर बेस्ड है. गौरतलब है कि ‘OMG 2’ अपने सर्टिफिकेशन को लेकर विवाद में फंस गया था जिसके बाद सेंसर बोर्ड ने फिल्म में 27 कट्स सजेस्ट किए, तब जाकर फिल्म को रिलीज करने की इजाजत दी गई.

Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button