बॉलीवुड और मनोरंजन

इन 10 कॉमेडी फिल्मों से वीकेंड बना लें खास

Sanjay Dutt cuts wood at the age of 63: बॉलीवुड स्टार संजय दत्त आज भी अपनी दमदार एक्टिंग और लुक्स से फैंस को हैरान कर देते हैं। हाल ही में फिल्म स्टार ने सोशल मीडिया पर अपना एक वीडियो शेयर कर फैंस को हैरान कर दिया है। सामने आए लेटेस्ट वीडियो में 63 वर्षीय संजय दत्त एक बड़े से लक्कड़ को कुल्हाड़ी से काटते दिख रहे हैं। इस वीडियो को शेयर कर एक्टर ने लिखा, ‘बेसिक पर लौट रहा हूं। रॉ वर्कआउट। लकड़ी को काटना एक बेहतरीन वर्कआउट का तरीका है। जो पूरी अपर बॉडी को मेंटेन करता है। शानदार वर्कआउट किया। बस चलते जाना है। इसे जरूर ट्राय करिए। आपको इससे प्यार हो जाएगा। दत्त का तरीका।’

हैरानी इस बात की है कि फिल्म स्टार संजय दत्त इस वक्त 63 साल के हैं। इस उम्र में एक्टर का ये वीडियो लोगों को इंस्पिरेशन दे रहा है। संजय दत्त का ये मुश्किल वर्कआउट का वीडियो बड़े-बड़े सितारों के भी होश उड़ा देने वाला है। संजय दत्त का ये वीडियो देख हर कोई दांतों तले उंगली दबा लेने को मजबूर हो गया। एक यूजर ने इस वीडियो पर कमेंट कर लिखा, ‘सिर्फ बाबा ऐसा कर सकते हैं और रियल लाइफ हीरो हैं।’ जबकि, एक यूजर ने लिखा, ‘आप बेस्ट हो’ यहां देखें सामने आया संजय दत्त के हैवी वर्कआउट का वीडियो।

संजय दत्त ने 63 की उम्र में किया इतना हैवी वर्कआउट वीडियो

लियो के लिए खुद को तैयार कर रहे हैं संजय दत्त

एक्टर का ये वीडियो देखने के बाद लोग जमकर कयास लगा रहे हैं। इस वीडियो को देखने के बाद लोगों का दावा है कि एक्टर खुद को अपनी अगली फिल्म लियो के लिए तैयार कर रहे हैं। फिल्म स्टार जल्दी ही अपनी अगली फिल्म लियो में तमिल सुपरस्टार थलापति विजय के साथ भिड़ते दिखेंगे। इस फिल्म में एक्टर मेन विलेन का रोल निभा रहे हैं। इससे पहले संजय दत्त ने केजीएफ 2 में मेन विलेन अधीरा का किरदार निभाया था। इस किरदार पर सुपरस्टार संजय दत्त ने लोगों से जमकर तारीफें बटोरी थीं। अब एक बार फिर बॉलीवुड के ‘खलनायक’ थलापति विजय स्टारर निर्देशक लोकेश कनगराज की फिल्म ‘लियो’ में बैड बॉय का रोल निभाते दिखेंगे। यही वजह है कि इस फिल्म को लेकर सिर्फ साउथ ही नहीं, नॉर्थ इंडिया में भी खासा एक्साइटमेंट है। तो क्या आप संजय दत्त की इस फिल्म को लेकर एक्साइटेड हैं। अपनी राय हमें कमेंट कर बताएं।

Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button