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AirTags से अगर कोई करेगा आपकी जासूसी तो फोन देगा अलर्ट, गूगल ने जारी किया नया अपडेट

Unwanted AirTags Alert: एप्पल के Airtags वैसे तो काफी फायदेमंद हैं लेकिन इनका गलत इस्तेमाल भी किया जा सकता है. जैसे कोई इन्हें ऑन कर आपका पीछा कर सकता है या आपकी गतिविधि पर नजर रख सकता है कि आप क्या-क्या कर रहे हैं और किधर-किधर जा रहे हैं. इस समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए गूगल ने एक नया अपडेट एंड्रॉइड यूजर्स के लिए जारी किया है. इस अपडेट के बारे में जानकारी कंपनी ने I/O 2023 में दी थी. अब ये लोगों को मिलने लगा है. अपडेट के तहत यदि कोई आपको ब्लूटूथ डिवाइस से ट्रैक कर रहा होगा तो इसकी जानकारी आपका फोन आपको समय रहते दे देगा. कंपनी ने ‘अलर्ट करने वाला फीचर’ लोगों को दिया है.

ऐसे जान पाएंगे किसका है ट्रैकर

यदि कोई ब्लूटूथ डिवाइस आपके आस-पास होगा तो गूगल आपको एक अलर्ट मैसेज भेजेगा और आप इसपर टैप कर ट्रैकर के बारे में ज्यादा जानकारी जान सकते हैं. आप मैप के जरिए ट्रैकर की मूवमेंट भी देख सकते हैं कि ये कैसे काम रहा है. इसके अलावा आप चाहें तो ट्रैकर में एक साउंड भी बजा सकते हैं जो ये बताएगा कि ये कहा रखा है. ट्रैकर को मोबाइल के पास लाने पर आप उस ट्रैकर के ओनर की डिटेल्स आदि जान सकते हैं. इससे आपको पता लग जाएगा कि कौन आपको ट्रैक कर रहा है और उसका इंटेंशन क्या है.

दूसरा फीचर गूगल ने जो लोगों को दिया है वो है मैनुअल स्कैन का. इसके जरिए आप ये जान सकते हैं कि आपके आस-पास कितने ऐसे ट्रैकर हैं जो अपने ओनर के डिवाइस से फ़िलहाल कनेक्ट नहीं हैं लेकिन आपके आस -पास मौजूद हैं. आप चाहें तो इन ट्रैकर को ऑफ भी कर सकते हैं. गूगल के द्वारा दिए गए ये नए फीचर लोगों की प्राइवेसी को बनाये रखने में मदद करेंगे. अपडेट उन एंड्रॉइड यूजर्स के लिए है जो एंड्रॉइड 6 या इससे बाद के वर्जन यूज कर रहे हैं.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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