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अक्षरा सिंह से लेकर खेसारी लाल यादव, इन स्टार्स ने दी छठ पूजा की बधाई

Chhath 2023: यूपी-बिहार समेत पूरे भारत में छठ पूजा (Chhath Puja 2023) धूमधाम से मनाया गया। छठ के चौथा दिन भगवान सूर्य की उगते हुए पूजा की जाती है। छठ माता और सूर्य देव की पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। बता दें कि भोजपुरी इंडस्ट्री के सितारों के बीच भी छठ पूजा की धूम देखने को मिली है। पॉपुलर एक्ट्रेस अक्षरा सिंह (Akshara Singh) समेत कई बड़े सितारों ने छठ पूजा पर अपने फैंस को ढेर सारी शुभकामनाएं दी हैं। आइए नजर डालते हैं इस लिस्ट पर… Also Read – Monalisa पर चढ़ा Chhath puja का रंग, 16 श्रृंगार करके फैंस को यूं दी शुभकामनाएं

छठ पूजा पर इन स्टार्स ने दी फैंस को शुभकामनाएं

भोजपुरी एक्ट्रेस अक्षरा सिंह (Akshara Singh New Post) ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट को अपडेट करते हुए कुछ तस्वीरें शेयर की हैं, जिसमें वो छठ माता की पूजा करती नजर आ रही हैं। इन तस्वीरों में एक्ट्रेस साड़ी में बला की खूबसूरत लग रही हैं। अक्षरा सिंह का ये देसी अवतार फैंस को काफी पसंद आ रहा है। Also Read – Chhath Puja से पहले Akshara Singh ने दिखाया ट्रेडिशनल लुक, लोग बोले- ‘तुम्हारी सादगी पसंद है’

काजल राघवानी ने की सूर्य भगवान की पूजा

भोजपुरी एक्ट्रेस काजल राघवानी ने भी छठ पूजा के अवसर पर एक वीडियो शेयर किया हैं, जिसमें वो सूर्य भगवान को अर्घ्य देती नजर आ रही हैं। काजल राघवानी का ये वीडियो इंटरनेट पर धड़ल्ले से वायरल हो रहा है। इस क्लिप पर फैंस दिल खोलकर प्यार बरसा रहे हैं। इसके अलावा भोजपुरी के सुपरस्टार खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav) ने भी छठ पूजा की शुभकामनाएं दी है। बताते चलें कि छठ पूजा के लिए भोजपुरी इंडस्ट्री के स्टार्स काफी ज्यादा एक्साइटेड रहते हैं। आए दिन कोई न कोई छठ गीत रिलीज होते रहता है। इस बार भी खेसारी लाल यादव और पवन सिंह ने छठी माई की भक्ति में कई गीत गाए हैं।

यहां देखें काजल राघवानी का वीडियो:

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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