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नए साल पर अक्षरा सिंह ने लिया नीम करोली बाबा से आशीर्वाद

Akshara Singh New Pics: भोजपुरी एक्ट्रेस अक्षरा सिंह के लिए साल 2023 काफी खास रहा था। 2023 में अक्षरा सिंह ने धमाल मचा दिया था। प्रोफेशनल लाइफ में एक्ट्रेस ने काफी तरक्की कर ली है। वहीं साल 2024 में भी अक्षरा सिंह नई ऊंचाइयों को छूने के लिए तैयार हैं। अब अक्षरा सिंह ने खास अंदाज में साल 2024 की शुरुआत की है। भोजपुरी एक्ट्रेस अक्षरा सिंह की कुछ नई तस्वीरें सामने आई हैं, जो कि इंटरनेट पर लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गई हैं। आइए नजर डालते हैं अक्षरा सिंह के लेटेस्ट फोटोज पर…. Also Read – बादशाह के भोजपुरी सॉन्ग ‘पानी-पानी’ ने यूट्यूब पर किया कमाल, 100 मिलियन के पार पहुंचा अक्षरा-खेसारी का म्यूजिक वीडियो

भोजपुरी एक्ट्रेस अक्षरा सिंह ने नीम करोली बाबा से लिया आशीर्वाद

भोजपुरी एक्ट्रेस अक्षरा सिंह ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट को अपडेट करते हुए कुछ तस्वीरें शेयर की हैं, जिन्हें देख फैंस गदगद हो गए हैं। अक्षरा सिंह नए साल के मौके पर कैंची धाम पहुंची हैं, जहां एक्ट्रेस ने नीम करोली बाबा से आशीर्वाद लिया है। इन फोटोज को शेयर करने के साथ अक्षरा सिंह ने अपने फैंस को नए साल की शुभकामनाएं भी दी है। अक्षरा सिंह का ये अंदाज फैंस को काफी पसंद आ रहा है। लोग उनकी तस्वीरों पर कमेंट करते हुए उन्हें हैप्पी न्यू ईयर विश कर रहे हैं।

भोजपुरी की स्टार एक्ट्रेस हैं अक्षरा सिंह

भोजपुरी एक्ट्रेस अक्षरा सिंह आज जिस मुकाम पर पहुंच गई है वहां हर एक कलाकार पहुंचना चाहता है। दौलत और शोहरत के मामले में अक्षरा सिंह, पवन सिंह और खेसारी लाल यादव को भी टक्कर देती हैं। बताते चलें कि भोजपुरी की क्वीन अक्षरा सिंह की फैन फॉलोइंग काफी तगड़ी है। इंस्टाग्राम पर अक्षरा सिंह को 6.3 मिलियन से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। भोजपुरी एक्ट्रेस अक्षरा सिंह अक्सर अपने फैंस के साथ तस्वीरें और वीडियोज शेयर करती रहती हैं। एक्ट्रेस के हर एक पोस्ट पर लोग प्यार बरसाते हैं। Also Read – भोजपुरी एक्ट्रेस अक्षरा सिंह ने ली बाबा धीरेंद्र शास्त्री की शरण, तस्वीर देख लोग बोले- ‘जय श्री राम’

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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