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जाह्नवी कपूर के वॉलपेपर पर लगी है इस खास शख्स की तस्वीर, वीडियो में दिख गया चेहरा

Janhvi  Kapoor Phone Wallpaper Pic: बॉलीवुड एक्ट्रेस जाह्नवी कपूर (Janhvi  Kapoor) हाल ही में अपनी फिल्म ‘बवाल’ (Bawal) के को-स्टार वरुण धवन (Varun Dhawan) के साथ मुंबई एयरपोर्ट पर स्पॉट की गईं. जहां पर दोनों एक्टर काफी कम्फी लुक में नजर आए. लेकिन इस दौरान जो सबसे खास चीज कैमरे ने कैप्चर की, वो थी जाह्नवी कपूर के फोन पर लगा वॉलपेपर. एक्ट्रेस ने अपने फोन पर भी उस शख्स की फोटो लगा रखी है. जिनसे वो दुनिया में सबसे ज्यादा प्यार करती हैं. तो चलिए जानते हैं वो कौन हैं…

जाह्नवी के वॉलपेपर पर लगी इस शख्स की फोटो
दरअसल, एक्ट्रेस जाह्नवी कपूर हमेशा से ही अपनी मां और दिवंगत एक्ट्रेस श्रीदेवी की लाडली रही थीं. अब भले ही श्रीदेवी ने दुनिया को अलविदा कह दिया हो, लेकिन जाह्नवी नें अपने फोन के जरिए हरदम अपने साथ भी रखती हैं. जी हां जाह्नवी कपूर ने फोन के वॉलपेपर पर अपनी मां की तस्वीर लगा रखी है. इस तस्वीर में श्रीदेवी गोल्डन साड़ी में और छोटी सी जाह्नवी ने उनकी गोद में बेटी नजर आ रही हैं.  


ब्लू क्रॉप टॉप में बेहद खूबसूरत दिखीं एक्ट्रेस
जाह्नवी कपूर औऱ वरुण धवन के मुंबई एयरपोर्ट का वीडियो मानव मंगलानी ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर शेयर किया है. जिसमें एक्ट्रेस ब्लू कलर के क्रॉप टॉप के साथ मैचिंग ट्राउजर में नजर आ रही हैं. उन्होंने अपना ये लुक खुले कर्ली बालों और न्यूड मेकअप के साथ कंपलीट किया है. वहीं वरुण धवन इस दौरान ऑल ब्लैक लुक में काफी हैंडसम लग रहे थे.

21 जुलाई को रिलीज होगी बवाल
बता दें कि वरुण धवन और जाह्नवी कपूर पहली बार ‘बवाल’ में एकसाथ स्कीन शेयर करने जा रहे हैं. दोनों की फिल्म का ट्रेलर रिलीज हो चुका है. इसके अलावा फिल्म का एक गाना भी सोशल मीडिया पर धमाल मचा रहा है. जिसमें दोनों का रोमांटिक केमिस्ट्री देखने को मिल रही है. ये फिल्म 21 जुलाई को थिएटर्स में रिलीज होने वाली है.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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