टैकनोलजी

खूबसूरती ऐसी कि हर कोई फिदा हो जाए… इस AI मॉडल की कमाई कर देगी हैरान

Spain AI Model Aitana Lopez: एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस लगातार अपने करामातों से दुनिया को चौंका रहा है. AI वो सभी काम आसान कर रहा है, जिसे इंसानों को करने में काफी वक्त लगता है. एआई तकनीक का इस्तेमाल कर एक ऐसी मॉडल बनाई गई है, जो हूबहू इंसान की तरह लगती है. इस मॉडल का नाम ऐटाना लोपेज रखा गया है, जो काफी खूबसूरत है. इसकी पॉपुलैर‍िटी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि ऐटाना के इंस्टाग्राम पर 3 लाख से भी ज्यादा फॉलोअर्स हैं. 

स्पेन की ये खूबसूरत एआई मॉडल सोशल मीडिया इंस्टाग्राम पर काफी एक्टिव है और अपनी खूबसूरत तस्वीरें शेयर करती रहती है. इसके साथ ही तमाम ब्रांड्स के व‍िज्ञापन भी करती है. आपको जानकर हैरानी होगी कि ऐटाना महीनेभर में 9 लाख रुपये से ज्‍यादा कमा लेती है. ऐटाना लोपेज के इंस्टाग्राम बायो में लिखा है कि ऐटाना 25 साल की स्पेनिश मॉडल हैं और एआई द्वारा संचालित है. 


 

किस तरह काम करती है AI मॉडल

ऐटाना को ऑपरेट करने के लिए एक पूरी टीम काम करती है. एक्सपर्ट्स ऐटाना की तस्वीरों को फोटोशॉप की मदद से अलग-अलग जगहों पर सुपरइम्पोज करके और दूसरी एआई तस्वीरों को मिलाकर जनरेट करते हैं. ऐटाना की यही टीम तय करती है कि ऐटाना हफ्ते भर क्या करेगी, किन जगहों पर जाएगी और कौन सी तस्वीरें इंस्टाग्राम पर कौन सी तस्वीरें अपलोड की जाएंगी. ऐटाना को देखकर कोई भी इस बात का अंदाजा नहीं लगा सकता कि ये एक एआई मॉडल है.

ऐटाना को इस तरह तैयार किया गया है कि इसके सामने किसी हॉलीवुड मॉडल की खूबसूरती भी फीकी लगने लगेगी. ऐटाना की स्किन बहुत ज्यादा ग्लोइंग है और पूरे सिर पर पिंक कलर के बाल हैं. 

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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