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निशी सक्सेना के प्यार में पड़े सागर पारेख, जानें सच

टीवी शो अनुपमा में ‘समर’ का रोल निभाकर घर-घर में फेमस हुए एक्टर सागर पारेख को लोग काफी पसंद करते हैं। सागर पारेख अपने सोशल मीडिया पोस्ट्स की वजह से छाए रहते हैं। उनके लुक्स पर फीमेल फैंस फिदा हैं। वहीं सागर पारेख इन दिनों अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर भी चर्चा में बने हुए हैं। बता दें कि अनुपमा में डिंपी का रोल निभाने वाली एक्ट्रे निशी सक्सेना के साथ सागर पारेख की बॉन्डिंग काफी अच्छी है। इस वजह से अब ये रिपोर्ट सामने आई है कि सागर पारेख और निशी एक दूसरे को डेट कर रहे हैं। इस बीच सागर ने इस विषय पर अपनी चुप्पी तोड़ी है।

टीवी न्यूज में छाए रहने वाले एक्टर सागर पारेख ने हाल ही में ईटाइम्स से बातचीत की है। इस दौरान सागर पारेख ने निशी संग अपने रिश्ते पर खुलासा किया है। सागर पारेख ने कहा कि उन्होंने और निशी ने कई बार ये कहा है कि वे बस अच्छे दोस्त है। इसके बाद शायद ये बातें बंद हो जाएं लेकिन हमारे दोस्ती ऐसे ही मजबूत रहे। बता दें कि सागर पारेख और निशी सक्सेना की जोड़ी को लोग काफी पसंद करते हैं। अनुपमा में पहले सागर ही समर का रोल निभा रहे थे। लेकिन बाद में वो इस शो से अलग हो गए। Also Read – ‘अनुपमा’ से होगी अनुज कपाड़िया की छुट्टी? वायरल खबरों पर आया गौरव खन्ना का रिएक्शन

यहां देखें निशी सक्सेना और सागर पारेख का वीडियो

सोशल मीडिया पर छाई रहती हैं निशी सक्सेना

बताते चलें कि अनुपमा की डिंपी यानी निशी सक्सेना सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं। निशी अक्सर अपने फैंस के साथ तस्वीरें और वीडियोज शेयर करती है। निशी सक्सेना के हर एक पोस्ट पर लोग प्यार बरसाते हैं। खूबसूरती के मामले में निशी सक्सेना कई एक्ट्रेसेस को टक्कर देती हैं। निशी अपने बोल्ड लुक्स की वजह से भी चर्चा में रहती हैं। निशी सक्सेना की हर अदा पर लोग फिदा हैं। Also Read – TRP Report Week 15: अनुपमा ने फिर लहराया परचम, ‘झनक’ के आगे इस शो ने टेके घुटने

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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