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अजय देवगन ने फिल्म प्रमोशन का निकाला तगड़ा जुगाड़, रिलीज से पहले की ‘भोला यात्रा’ की शुरुआत

Ajay Devgn Bholaa Yatra: बॉलीवुड एक्टर अजय देवगन (Ajay Devgn) अपनी नई फिल्म भोला (Bholaa) को लेकर सुर्खियों में हैं. इसमें एक्टर जबरदस्त एक्शन और स्टंट करते हुए नजर आएंगे, जिसकी झलक फिल्म के ट्रेलर में देखने को मिल चुकी है. इस बीच अजय देवगन ने ‘भोला यात्रा’ शुरू की है जिसके तहत आज उन्होंने मुंबई से ‘भोला ट्रक’ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया है, जिन पर फिल्म के पोस्टर्स लगे हैं.

मेकर्स ने की ‘भोला यात्रा’ की शुरुआत

मेकर्स ने रिलीज से पहले भोला यात्रा की शुरुआत की है. ‘भोला’ के ट्रक को ठाणे, सूरत, अहमदाबाद, उदयपुर, जयपुर, गुरुग्राम, दिल्ली, कानपुर और लखनऊ शहरों में भेजा जा रहा है. ट्रक को हर एक शहर में एक प्रसिद्ध जगह पर खड़ा किया जाएगा और शहरों के लोगों के लिए एक मस्ती भरी शाम का आयोजन भी किया जाएगा.

‘कैथी’ की हिंदी रीमेक है भोला फिल्म

मालूम हो कि अजय देवगन की ‘भोला’ साउथ की हिट फिल्म कैथी की हिंदी रीमेक है. इसमें अजय देवगन के अलावा तब्बू, गजराज राव, दीपक डोबरियाल जैसे सितारे नजर आएंगे. दिलचस्प बात ये है कि इसमें अजय देवगन लीड रोल निभा रहे हैं और उन्होंने खुद इस मूवी का निर्देशन किया है.

भोला के बाद इस फिल्म में दिखेंगे अजय देवगन

बताते चलें कि अजय देवगन (Ajay Devgn) पिछली बार फिल्म दृश्यम 2 (Drishyam 2) में नजर आए थे,  जो बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई थी. ‘भोला’ (Bholaa) के बाद अजय देवगन फिल्म सिंघम अगेन में दिखेंगे, जिसका डायरेक्शन रोहित शेट्टी कर रहे हैं. इसमें दीपिका पादुकोण अजय देवगन की हिरोइन होंगी. ये मूवी इसी साल फ्लोर पर जा सकती है. सिंघम अगेन में अजय देवगन एक बार फिर एक्शन अवतार में दिखेंगे.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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