बॉलीवुड और मनोरंजन

नेटफ्लिक्स पर इस दिन रिलीज होगी ऋतिक रोशन की फिल्म फाइटर

Fighter Movie OTT Release : बॉलीवुड एक्टर ऋतिक रोशन इस साल की शुरुआत में ही अपनी ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘फाइटर’ के साथ बड़े पर्दे पर धमाल मचा चुके हैं. इस फिल्म में ऋतिक रोशन के साथ दीपिका पादुकोण भी लीड रोल में नजर आईं थीं. फिल्म ने बॉक्सऑफिस पर अपनी कमाई से तहलका मचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी. इस एरियल एक्शन सीक्वेंस फिल्म ने 212.62 करोड़ की जबरदस्त कमाई की थी. अगर आपने ये फिल्म बड़े पर्दे पर नहीं देखी है तो अब आप घर बैठे भी अब इस फिल्म का आनंद ले सकते हैं. 

कब ओटीटी पर रिलीज होगी फिल्म

बीते महीने से इस फिल्म के ओटीटी पर रिलीज होने की चर्चा जोरों शोरों पर थी. अब मेकर्स ने इस फिल्म के ओटीटी पर रिलीज होने की घोषणा कर दी है. नेटफ्लिक्स के आधिकारिक इंस्टग्राम हैंडल पर इस फिल्म को लेकर अपडेट दी गई है. अब फिल्म की एक छोटी से क्लिपिंग के साथ कैप्शन में बाकि की जानकारी दी गई है. कैप्शन में लिखा है- ‘लेडीज एंड जेंटलमैन फाइटर अपनी लैंडिंग के लिए तैयार है. ये फिल्म आज रात यानी कि 20 तारीख को रात 12 बजे नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो रही है’. 

 


फिल्म में दिखाए जाएगे डिलीटेड सीन्स
बता दें ऋतिक रोशन और दीपिका पादुकोण स्टारर ये फिल्म इसी साल 26 जनवरी को रिलीज हुई थी. फिल्म वॉर और बिग बैंग के बाद ऋतिक रोशन की सिद्धार्थ आनंद के साथ ये तीसरी फिल्म थी. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार जब ऋतिक रोशन ने फिल्म के ओटीटी रिलीज को लेकर सवाल पूछा गया तो एक्टर ने कहा- फाइटर फिल्म हमारा ट्रिब्यूट है इंडियन एयरफोर्स को . इस फिल्म के नेटफ्लिक्स पर रिलीज के साथ मैं इंतेजार कर रहा हूं व्यूवर्स के रिएक्सन का . इसी के साथ एक्टर ने जानकारी दी कि फिल्म के ओटीटी वर्जन में फिल्म के वो डिलीटेड सीन्स भी दिखाए जाएंगे जो थिएटर में लोगों को नहीं दिखे थे. इसी के साथ फिल्म का गाना दिल बेकरार भी फिल्म के ओटीटी वर्जन में नजर आएगा. 

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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