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पैपराजी की इस हरकत से इरिटेट हुईं ऋतिक रोशन की गर्लफ्रेंड सबा आजाद, कहा- ‘मेरी फोटो खींचकर क्या

Saba Azad Irritated By Paparazzi: ऋतिक रोशन की गर्लफ्रेंड सबा आजाद इन दिनों अपनी सीरीज ‘हू इज योर गाइनिक’ को लेकर चर्चा में हैं. उनकी सीरीज अमेजन प्राइम टीवी पर रिलीज हुई है. सीरीज दर्शकों को पसंद आ रही है और इस बीच एक्ट्रेस को पैपराजी ने जुहू में देखा. लेकिन इस दौरान सबा ने पैपराजी से उन्हें कैप्चर न करने की बात कही और कैमरे से बचती दिखाई दी. 

सबा आजाद ब्लैक स्पोर्ट्स ब्रा, मैचिंग टाइट्स और व्हाइट स्नीकर्स पहने नो मेकअप लुक में स्पॉट हुईं. उनके पास एक जिम बैग भी देखा गया. ऐसा लग रहा था जैसे एक्ट्रेस वर्कआउट करके लौट रही हों. इस दौरान जब पैपरजी ने उन्हे कैमरे में कैद करने की कोशिश की तो वे इरिटेट हो गईं. उन्होंने कहा- ‘क्या चाहिए यार आपको, मेरी फोटो से आप क्या करोगे. मैं चलकर जा रही हूं, कब तक चलोगे हमारे साथ. आप चलेंगे हमारे साथ.’


ऐसी है सबा की नई सीरीज
सबा आजाद की सीरीज ‘हू इज योर गाइनिक’ की बात करें तो यह 28 सितंबर को अमेजन मिनी टीवी पर स्ट्रीम हुई. सीरीज में सबा आजाद ने एक डॉक्टर का किरदार निभाया है जो कि एक फ्रेशर ओबी-गायनिक है. सीरीज में डॉ. विदुषी (सबा आजाद) अपनी सोच से वुमन हेल्थ से जुड़ी अफवाहों को बदलने की कोशिश करती नजर आती हैं. इस बीच वे वह अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ को बैलेंस करने की भी कोशिश करती दिखाई देती हैं.

‘वॉर 2’ के लिए तैयार हैं ऋतिक रोशन
ऋतिक रोशन की बात करें तो वे आखिरी बार फिल्म ‘विक्रम वेधा’ में दिखाई दिए थे. वहीं अब वे अपनी हिट फिल्म ‘वॉर’ के सीक्वल ‘वॉर 2’ में नजर आएंगे. फिल्म के 24 जनवरी 2025 को रिलीज होने की खबरें हैं हालांकि अभी रिलीज को लेकर कोई ऑफिशियल अनाउंसमेंट नहीं हुई है.

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Aslam Khan

हर बड़े सफर की शुरुआत छोटे कदम से होती है। 14 फरवरी 2004 को शुरू हुआ श्रेष्ठ भारतीय टाइम्स का सफर लगातार जारी है। हम सफलता से ज्यादा सार्थकता में विश्वास करते हैं। दिनकर ने लिखा था-'जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध।' कबीर ने सिखाया - 'न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर'। इन्हें ही मूलमंत्र मानते हुए हम अपने समय में हस्तक्षेप करते हैं। सच कहने के खतरे हम उठाते हैं। उत्तरप्रदेश से लेकर दिल्ली तक में निजाम बदले मगर हमारी नीयत और सोच नहीं। हम देश, प्रदेश और दुनिया के अंतिम जन जो वंचित, उपेक्षित और शोषित है, उसकी आवाज बनने में ही अपनी सार्थकता समझते हैं। दरअसल हम सत्ता नहीं सच के साथ हैं वह सच किसी के खिलाफ ही क्यों न हो ? ✍असलम खान मुख्य संपादक

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